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ऐलानः Himachal में निजी ऑपरेटर नहीं चलाएंगे बसें, किराया बढ़ोतरी की भरी हुंकार
Last Updated on June 7, 2020 by Vishal Rana
शिमला। हिमाचल में निजी बस ऑपरेटर (Private Bus Operator) बसें नहीं चलाएंगे। यह ऐलान हिमाचल निजी बस ऑपरेटर संघ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में किया है। साथ ही न्यूनतम किराये और सामान्य किराये में बढ़ोतरी की मांग भी उठाई है। हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघ की एक बैठक वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से ही प्रदेश अध्यक्ष राजेश पराशर की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
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-इस बैठक में प्रदेश पदाधिकारियों ने भाग लिया और सर्वसम्मति से यह तय किया गया है कि जब तक सरकार निजी बस ऑपरेटरों की मांगें पूरी नहीं करती है तथा निजी बस ऑपरेटरों की समस्याओं पर गौर नहीं करती है तथा उसका सकारात्मक निर्णय नहीं लेती है तब तक हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में कोई भी निजी बस नहीं चलेगी। हिमाचल प्रदेश में निजी बस ऑपरेटर संघ के प्रदेश महासचिव रमेश कमल ने कहा है कि सभी जिला की यूनियन के पदाधिकारियों ने एकमत से यह प्रस्ताव पारित किया गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में लॉकडाउन (Lockdown) और वैश्विक महामारी कोरोना के चलते सवारियां नहीं मिल रही हैं और ऑपरेटरों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
40 फीसदी सीटों पर सब्सिडी दे सरकार
हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघ के प्रधान राजेश पराशर ने कहा है कि प्रदेश के निजी बस ऑपरेटरों के संगठन का जो भी निर्णय होगा उसी आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इसी आधार पर सभी निजी बस आपरेटरों ने यह प्रस्ताव पारित किया है। ना केवल निजी बसों को बल्कि हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों को भी करोड़ों का घाटा हो रहा है, इसलिए सरकार को चाहिए कि वह निजी बस ऑपरेटरों की मांगों पर सकारात्मक निर्णय ले तथा कोई ना कोई रास्ता निकाले। सामाजिक दूरी की गाइडलाइन को पूरा करने के लिए निजी बस ऑपरेटर तैयार हैं, जिसमें की 60 फीसदी बैठने की क्षमता में बसें चलानी हैं, उसके लिए तैयार हैं, लेकिन जो 40 फीसदी सीटें बचती हैं, उसका किराया सब्सिडी के रूप में सरकार बहन करे।
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न्यूनतम में 10 रुपए, सामान्य किराये में 50 फीसदी की हो वृद्धि
राजेश पराशर ने कहा कि न्यूनतम किराये कम से कम 10 रुपए बढ़ोतरी की जाए। इसके अतिरिक्त कोविड-19 के चलते पहले 5 किलोमीटर 10, 5 से 10 किलोमीटर तक 20 और 10 से 15 किलोमीटर तक 30 किराया निर्धारित करें। सामान्य किराये में कम से कम 50 फीसदी की वृद्धि करें, तभी हिमाचल प्रदेश की निजी बस ऑपरेटर अपनी बसों को चलाने में सक्षम होंगे तथा हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें भी तब फायदे में चल सकती हैं। इस बैठक में सिरमौर जिला यूनियन के प्रधान मामराज, रणवीर सिंह, जिला सोलन निजी बस ऑपरेटर यूनियन के प्रधान जॉनी मेहता, नालागढ़ के प्रधान मनोज राणा, जिला शिमला यूनियन के प्रधान जय गोपाल राजटा, राजेश राजटा, मंडी जिला के हंसराज ठाकुर, बिलासपुर से राहुल चौहान, हमीरपुर से शम्मी कपिल, राजकुमार, भारत भूषण, कुल्लू से रजत ठाकुर, भुपेश नंदन, कांगड़ा से अखिल सूद, रवि दत्त शर्मा, विनय बेदी व संदीप सहित अन्य निजी बस ऑपरेटरों ने भाग लिया।