-
Advertisement
अपने आध्यात्मिक गुरु की राय के बगैर एक कदम नहीं उठाता अंबानी परिवार
मुकेश अंबानी की बिजनेस अंपायर ने उन्हें एशिया का सबसे अमीर कारोबारी (Asia’s Richest Businessman) बना दिया है। उनके लगातार बढ़ रहे बिजनेस में उनके तीनों बच्चे ईशा अंबानी (Isha Ambani), आकाश अंबानी (Akash Ambani) और अनंत अंबानी (Anant Ambani) भी खूब हाथ बंटाते हैं। लेकिन अंबानी परिवार की धर्म में भरपूर आस्था है। उन्हें जानने वाले भी अंबानी परिवार की धार्मिक आस्था से खासे प्रभावित हैं। घर में कोई भी काम हो लेकिन पूरे परिवार की भगवान के प्रति आस्था कभी कम नहीं होती। भगवान की कृपा और मुकेश अंबानी के फैसलो का ही असर है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) दिन पर दिन नई ऊंचाई हासिल कर रही है। लेकिन अंबानी के एक गुरु भी हैं। एशिया का सबसे अमीर और प्रभावी अंबानी परिवार अपने इन गुरु के एक भी कदम आगे नहीं बढ़ाता है।
भाई श्री की राय के के बगैर नहीं उठाते कदम
अंबानी परिवार में असल में मुकेश अंबानी की मां कोकिलाबेन अंबानी (Kokilaben Ambani) धार्मिक आयोजनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं। उनकी मां की आध्यात्मिक गुरु रमेश भाई ओझा में गहरी आस्था है। रमेश भाई ओझा (Ramesh Bhai Ojhha) उर्फ भाईश्री उनके आध्यात्मिक गुरु (Spiritual Guru) हैं। अंबानी परिवार किसी काम के लिए कदम बढ़ाने से पहले रमेश भाई ओझा से सलाह जरूर लेता है। रमेश भाई ओझा की राय ना सिर्फ धार्मिक आयोजनों में बल्कि कारोबार के सिलसिले में भी हमेशा अहम रहती है। भाई श्री के नाम से मशहूर रमेश भाई ओझा की परिवार के लिए अहमियत का अंदाजा इस बात से लगता है कि अंबानी परिवार के कारोबारी साम्राज्य को लेकर मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के बीच चले मनमुटाव को भी समझौते के जरिए उन्होंने ही हल करवाया था।
पोरबंदर में है भाईश्री का आश्रम
रमेश भाई ओझा असल में काफी फेमस आध्यात्मिक गुरु हैं। उनका आश्रम गुजरात के पोरबंदर में सांदीपनि विद्या निकेतन नाम का आश्रम है। आध्यात्मिक गुरु रमेश भाई ओझा लंबे समय से अंबानी परिवार से जुड़े हुए हैं। 1997 में रमेश भाई ओझा को कथा करने के लिए कोकिलाबेन ने अपने घर आमंत्रित किया था। एक सप्ताह तक चले प्रवचन के दौरान अंबानी परिवार भाई श्री से इतना प्रभावित हुआ कि भाई श्री और अंबानी परिवार के बीच काफी अच्छे रिश्ते बन गए।
कथा प्रवचन के लेते हैं इतने लाख
एक हफ्ते तक चले प्रवचन के दौरान बने संबंधों के बाद से ही अंबानी परिवार और रमेश भाई ओझा के बीच इतने अच्छे संबंध बन गए कि किसी भी काम की तरफ हाथ बढ़ाने से पहले मुकेश अंबानी उनकी सलाह लिए बगैर कुछ नहीं करते हैं। अगर भाईश्री किसी काम के लिए हां नहीं करते तो मुकेश अंबानी उसकी तरफ बढ़ने का प्लान टाल देते हैं। भाई श्री के कथा करने के चार्ज को लेकर कोई सटीक जानकारी तो नहीं हैं लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वह एक बार कथा प्रवचन के 10 से 12 लाख रुपये तक लेते हैं। जामनगर में रिलायंस इंडस्ट्रीज की पहली रिफाइनरी का उद्घाटन भी रमेश भाई ओझा से ही करवाया गया था।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group