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राधा स्वामी अस्पताल भोटा के बाहर बवाल, बीजेपी विधायकों ने दिया लोगों का साथ
Radha Soami Bhota Hospital Case: राधा स्वामी चैरिटेबल अस्पताल भोटा (Radha Soami Charitable Hospital Bhota) के बाहर सड़क पर बुधवार को लोगों ने जोरदार हंगामा किया। भारी संख्या में लोग यहां पर जमा हो गए। यहां पर महिलाएं व पुरुष सड़क पर बैठ गए और चक्का जाम( Chakka Jam) कर दिया। हालांकि सुबह के समय पुलिस के जवान भारी संख्या में तैनात होने के चलते महिलाएं सडक पर नही बैठ सकी लेकिन फिर भी महिलाओं ने सडक पर बैठ कर चक्का जाम किया और चेरिटेबल अस्पताल भोटा को बंद न करने की सरकार से गुहार लगाई है। इसी बीच इस मामले में बीजेपी( BJP) भी कूद गई है। नैना देवी से बीजेपी विधायक रणधीर शर्मा, बड़सर से इंद्र दत लखनपाल व हमीरपुर से आशीष शर्मा भी मौके पर लोगों के धरने के बीच पहुंच गए । उन्होंने महिलाओं से बातचीत की और मसले को लेकर सरकार से बात करने का आश्वासन दिया है। लोगों के विरोध को देखते हुए पुलिस का एक बड़ा दल भी मौके पर मौजूद रहा। अस्पताल के बाहर काफी अधिक संख्या में एकत्रित लोगों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
तीस तारीख तक धरना जारी रहेगा
चक्का जाम में आए हुए पूर्व कर्मचारी रविन्द्र खन्ना ने कहा कि अब नए बाबा किसी कंपनी में सीईओ रहे है और अब उन्होंने न्यास का कामकाज संभालना है। उन्होंने बताया कि नए बाबा ने कहा है कि सुक्खू सरकार के मौखिक बात पर विश्वास नहीं है और हमें लिखित तौर पर लिख कर दिया जाए। उन्होंने बताया कि परसों भी धरने को एसडीएम ( SDM) के आश्वासन पर हटा दिया था । उन्होंने कहा कि तीस तारीख तक धरना जारी रहेगा और सरकार से प्रार्थना की जाएगी और अगर फिर भी मांग नहीं मानी जाती है तो दोनों गेट पर पहली दिसंबर को लोग बैठ जाएंगे और सामान को और स्टाफ को नहीं जाने देंगे। उन्होंने बताया कि इसके बाद लोग बाबा से बात करेंगे कि लोगों की सेवा के लिए अस्पताल चलना है और इसे बंद न किया जाए।
बीजेपी अस्पताल के संबंध में सरकार का समर्थन करेगी
बड़सर के विधायक इद्रदत लखनपाल (Barsar MLA Idradat Lakhanpal) ने कहा कि भोटा चैरिटेबल अस्पताल को बंद करने के चलते लोग अब सडकों पर उतरे है और सीएम सुक्खू (CM Sukhu) को चाहिए कि विवाद को सुलझाने के लिए जल्द से जल्द काम किया जाना चाहिए ताकि समस्या हल हो सके। विधायक आशीष शर्मा ने कहा कि पिछले 24 साल से अस्पताल चल रहा है और सीएम के सीआइडी ने यह जानकारी सरकार तक क्यों नहीं पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में जब तक लोग सडकों में ना आए तब तक सीएम कुछ नहीं करेंगे। सीएम सुक्खू अगर लिख कर दो लाइनें संस्थान को दे देते हैं कि आगामी सत्र में संशोधन किया जाएगा तो अस्पताल बंद होने से बच जाएगा। विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि जनता के विरोध का बीजेपी पूर्ण रूप से समर्थन करती है और अस्पताल प्रबंधन( Hospital Management) की मांग जायज है। सरकार के द्वारा विधानसभा सत्र में कोई भी प्रस्ताव लाने पर बीजेपी समर्थन करेगी ताकि समस्या हल हो सके।
करोडों रूपये जीएसटी लंबित पड़ा
भोटा चैरिटेबल अस्पताल पिछले 24 साल से चला हुआ है और इस के दायरे में 25 ग्राम पंचायतों के लोग सस्ता इलाज करवाने के लिए पहुंचते है। लेकिन अब पहली दिसंबर से अस्पताल के बंद करने के नोटिस ( Notice) लगाए जाने से लोग भड़क गए है और चक्का जाम के साथ धरना प्रदर्शन करने लगे है। बता दे कि चेरिटेबल अस्पताल का कई साल से करोडों रूपये जीएसटी लंबित पडा है तो अस्पताल की जमीन के हस्तांतरण राधा स्वामी सोसाइटी के पास नही हो पाई है जिसके चलते अब अस्पताल में अपग्रेडशन काम रूका है। वहीं सीएम सुक्खू ने भी जमीन हस्तातंरण मामले में जल्द लैड सीलिंग एक्ट में संशोधन करने का आश्वासन दिया है।
ये है मामला
डेरा ब्यास प्रबंधन चाहता है कि वर्तमान में राधा स्वामी सत्संग ब्यास के तहत चल रहे चैरिटेबल ट्रस्ट के भोटा अस्पताल को ब्यास डेरा की ही सिस्टर कंसर्न अथवा ऑर्गेनाइजेशन महाराज जगत सिंह मेडिकल रिलीफ सोसायटी को ट्रांसफर किया जाए। इसके लिए सरकार से अनुमति लेनी होती है साथ ही लैंड सीलिंग एक्ट में बदलाव करना पड़ेगा। लैंड सीलिंग एक्ट में संशोधन के लिए पहले ऑर्डिनेंस का ड्राफ्ट तैयार होगा। उसे विधि विभाग की राय के लिए भेजा जाएगा फिर इससे जुड़ा बिल विधानसभा में लाया जाएगा। विधानसभा में पास होने के बाद उसे राष्ट्रपति भवन की मंजूरी मिलना जरूरी है। राज्य सरकार ने ड्राफ्ट विधि विभाग को भेजा है। विधि विभाग ने इस पर आपत्तियां लगाई हैं। उन आपत्तियों के पीछे लैंड सीलिंग एक्ट के प्रावधान हैं।
अशोक राणा