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Himachal में बैडमिंटन अकादमी खोलना चाहती है #SainaNehwal , पति संग राज्यपाल-CM से मिली
Last Updated on November 15, 2020 by Sintu Kumar
शिमला। अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल (Saina Nehwal) ने अपने पति अर्जुन पुरस्कार विजेता पारूपल्ली कश्यप (Parupalli Kashyap) जो अंतरराष्ट्रीय बेडमिंटन खिलाड़ी हैं, के साथ राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय (Governor Bandaru Dattatreya) से राजभवन में भेंट की। इस दौरान राज्यपाल ने हिमाचली परंपरा के अनुसार सायना नेहवाल और पारूपल्ली कश्यप को हिमाचली टोपी, शॉल भेंटकर सम्मानित किया और राजभवन का चित्र स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया। सायना नेहवाल और उनके पति ने सीएम जयराम ठाकुर से भी मुलाकात की। इस अवसर पर सायना नेहवाल ने कहा कि वह हिमाचल प्रदेश में बैडमिंटन अकादमी (Badminton Academy) खोलने की इच्छुक हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर भारत से खिलाड़ी कोचिंग के लिए हैदराबाद और बैंगलुरू जाते हैं। जबकिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की कोचिंग उन्हें उत्तर भारत में ही मिल जानी चाहिए।
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उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तरीय खेल (International level sports) के लिए कोचिंग बहुत जरूरी है और कोच अंतरराष्ट्रीय स्तर के होने चाहिए, ताकि परफारमेंस दी जा सके। उन्होंने धर्मशाला में क्रिकेट स्टेडियम की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि ज्यादातर खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा कर रहे हैंए लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बार वह पिछड़ जाते हैं। वहीं पारूपल्ली कश्यप ने कहा कि बहुत से खिलाड़ी उच्च प्रशिक्षण के लिए विदेश जाते हैंए जबकि यह प्रशिक्षण हिमाचल (Himachal) में दिया जा सकता है। यहां संभावनाएं काफी हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक बैडमिंटन के खेल का प्रश्न है यह काफी महंगा खेल है और ज्यादातर कोच व सुविधाओं की कमी रहती है। इस मौके पर सायना नेहवाल ने राजभवन का अवलोकन भी किया और यहां की वास्तुकला की प्रशंसा की।
सुविधाओं की कमी के कारण खिलाड़ियों को नहीं मिल पाता है उचित मंच
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) एक सुंदर पहाड़ी प्रदेश है। यहां के युवा काफी प्रतिभाशाली हैं और अच्छे खिलाड़ियों के उनमें गुण मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि और अधिक सुविधाओं की कमी के कारण कई बार उन्हें उचित मंच नहीं मिल पाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ही ऐसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को और उच्च स्तर की सुविधाएं उपलब्ध हों तो निश्चित तौर पर वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश व प्रदेश का नाम रौशन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल से अनेक खिलाड़ी (Player) आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन, यह संख्या बढ़नी चाहिए।
दत्तात्रेय बोले खिलाड़ियों के लिए हिमाचल में विकसित हों सुविधाएं
दत्तात्रेय ने कहा कि उन जैसे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की मदद से हिमाचल प्रदेश में भी खेल अधोसंरचना के लिए संभावनाओं को तलाशा जा सकता है। उन्होंने कहा कि वह स्वयं खिलाड़ी रहे हैं, इसलिए खेलों के प्रति उनका विशेष लगाव रहा है। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि हिमाचल प्रदेश में भी खेलों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की और सुविधाएं विकसित हों।
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