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फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट सुपर बेस्ट, अच्छा ब्याज..जरूरत पर जब चाहो निकालो पैसा
फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) लोगों का सबसे पसंदीदा निवेश का परंपरागत साधन है। सालों से इसने लोगों का भरोसा जीता हुआ है। फिक्स्ड डिपॉजिट में एक दिक्क्त यह है कि जरूरत पड़ने पर समय से पहले अगर आप पैसे निकालते हैं तो आपको प्री क्लोजर चार्ज (Pre Closure Charge) चुकाना होगा। ऐसे एसबीआई का मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट निवेश का सही विकल्प साबित हो सकता है। इसमें निवेशक जब चाहे पैसा निकाल सकता है। एसबीआई मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट (SBI Multi Option Deposit) के निवेशक एटीएम की मदद से भी पैसे निकाल सकते हैं। एसबीआई मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट आपके सेविंग अकाउंट (Savings Account) से जुड़ा होता है। अगर सेविंग अकाउंट में उतने पैसे नहीं हैं] जितना आप निकालना चाहते हैं तो बाकी का बैलेंस एमओडी (MOD) से ट्रांसफर हो जाता है। यह निकासी एटीएम के मदद से भी की जा सकती है। हालांकि, यह 1000 के गुणक में होना जरूरी है।
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एसबीआई की वेबसाइट (SBI Website) पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, जो एलिजिबिलिटी फिक्स्ड डिपॉजिट की है, वही क्राइटेरिया मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट को लेकर है। एसबीआई एमओडी में कम से कम 10 हजार रुपया निवेश किया जा सकता है। उससे ज्यादा 1000 के गुणक में जमा किया जा सकता है। जमा करने के लिए कोई मैक्सिमम लिमिट नहीं है। एमओडी की अवधि की बात करें तो यह कम से कम 1 साल और अधिकतम 5 सालों के लिए हो सकती है।
10 हजार से ज्यादा इंट्रेस्ट होने पर कटेगा टीडीएस
अगर मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट अकाउंट पर इंट्रेस्ट इनकम (Interest Income) 10 हजार से ज्यादा होगी तो टीडीएस काटा जाएगा। पैन कार्ड डिटेल जमा होने की स्थिति में यह 10 फीसदी और जमा नहीं होने की स्थिति में 20 फीसदी का टीडीएस (TDS) होगा। एमओडी अकाउंट के बदले लोन भी उठाया जा सकता है। इसमें भी नॉमिनेशन की सुविधा होती है। ऑटो रिन्यूएबल की सुविधा उपलब्ध नहीं है। यह अकाउंट एक ब्रांच से दूसरे ब्रांच में ट्रांसफर हो सकता है।
- एमओडीएस पर भी उतना ही ब्याज मिलता है, जो एसबीआई में एक आम एफडी (FD) पर है। इसमें निकासी के बाद ब्याज एमओडी में बचे अमाउंट पर मिलता रहता है। जानिए इस स्कीम की खास बातें क्या हैं।
- एसबीआई एमओडीएस को 1 साल से लेकर 5 साल तक की अवधि के लिए खुलवाया जा सकता है। इसमें प्रीमैच्योर विड्रॉल की भी सुविधा है।
- एमओडीएस पर लोन लेने और नॉमिनेशन की सुविधा भी उपलब्ध है। इसे एसबीआई की एक ब्रांच से दूसरे में ट्रांसफर किया जा सकता है।
- एमओडी कराने वाले कस्टमर के लिए इससे लिंक्ड सेविंग्स अकाउंट में मिनिमम मंथली एवरेज बैलेंस रखना अनिवार्य है।
- एमओडी तोड़े जाने की स्थिति में, तोड़ी गई राशि जितने समय खाते में रही उस अवधि पर लागू ब्याज दर पर दंड सहित ब्याज का भुगतान किया जाएगा और शेष राशि पर मूल ब्याज दर लागू रहेगी।
- अगर किसी विशेष खाते में लिए मार्क है तो आगे और यूनिट्स को तोड़ने की अनुमति नहीं होगी।