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शिमला। मानव भारती यूनिवर्सिटी सोलन (Manav Bharti University Solan) फर्जी डिग्री मामले में सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने एडिशनल डायरेक्टर जनरल पुलिस (सीआईडी) (ADGP CID) वेणु गोपाल की अध्यक्षता में एक एसआईटी का गठन करने का निर्णय लिया है। यह जानकारी सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने विधानसभा परिसर में मीडिया से बातचीत में दी। उन्होंने कहा कि मानव भारती यूनिवर्सिटी फर्जी डिग्री मामले में शिकायत मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई की गई। मामला दर्ज किया गया। मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया। इसमें दो आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं और तीन की जमानत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि जांच में फर्जी डिग्रियों (Fake Degree) के संदर्भ में कई साशय मिले हैं। हालांकि सरकार ने मामला सामने आते ही एसपी सोलन (SP Solan) की अध्यक्षता में एक एसआईटी (SIT) का गठन किया था। अब एडीजीपी सीआईडी की अध्यक्षता में एक एसआईटी गठित करने का निर्णय लिया है, ताकि मामले को तेज गति से आगे बढ़ाया जा सके। फर्जी डिग्री का पर्दाफाश हो सके। इस मामले में और कौन लोग जुड़े हैं उन तक पहुंचा जा सके। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि मामले में इनकम टैक्स व ईडी (ED) दोनों साथ काम करेंगे।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से उनके पत्र 31 दिसंबर 2019 के माध्यम से 6 जनवरी 2020 को एक शिकायत पत्र प्राप्त हुआ, जिसमें शिकायतकर्ता टी नंद कुमार व अन्य ने देश के अनेक विश्वविद्यालयों के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश की मानव भारती यूनिवर्सिटी सोलन पर फर्जी डिग्री बेचने का आरोप लगाया है। वर्ष 2009 और 2020 तक जाली डिग्रियां तैयार करके फर्जी तौर पर वितरित किए जाने का संदेह है, जिस पर अभी जांच जारी है। मामले में अभी तक पांच आरोपी जिसमें यूनिवर्सिटी के मालिक राजकुमार राणा, मुनीष गोयल, प्रमोद कुमार, अनुप ठाकुर व केके सिंह को गिरफ्तार (Arrest) किया गया है।
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