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गरीबी से मुक्त होने का है ये रास्ता-अपनाकर देखें शायद बन जाए बात
Last Updated on May 20, 2021 by Sintu Kumar
गरीबी (Poverty) से कौन बाहर नहीं आना चाहेगा,एक रास्ता है,अपनाकर देखें शायद बात बन जाए। ज्यादा दूर भी नहीं उत्तराखंड में जाना होगा। हम भी इस बात को पुष्ट नहीं कर सकते, लेकिन प्रयास आपको करने होंगे। शापमुक्त गांव का दर्जा हासिल माणा गांव जाना पड़ेगा,वहीं जाकर पता चल सकता है कि इसकी सत्यता क्या है। हम तक जो जानकारी है,वह हम आपसे शेयर करने जा रहे हैं। हो सकता है आपकी किस्मत का दरवाजा खुल जाए।
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जी हां कहते हैं कि गरीबी से निजात पाने के लिए उत्तराखंड में एक ऐसी जगह है, जहां जाने मात्र से किसी का आर्थिक स्तर ऊपर उठ जाता है। उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा गांव (Mana village in Chamoli district of Uttarakhand) को शाप मुक्त गांव का भी दर्जा प्राप्त है। ये भारत का आखिरी गांव भी कहलाता है। ऐसी मान्यता है कि माणा गांव पर भगवान शिव (Lord Shiva) की ऐसी महिमा है कि यहां आने पर हर किसी की गरीबी दूर हो जाती है। साथ ही ये भी माना जाता है कि शापमुक्त गांव का दर्जा प्राप्त होने के चलते यहां आने वाले लोगों के पाप भी धुल जाते हैं।
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कहते हैं कि पुराने जमाने में चमोली जिले में स्थित इस गांव से होकर भारत और तिब्बत के बीच व्यापार होता था। बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) से करीब तीन किलोमीटर दूर स्थित इस गांव का नाम भगवान शिव के भक्त मणिभद्र के नाम पर पड़ा है। जानकारों के मुताबिक, इस गांव में आने के बाद इंसान स्वप्नद्रष्टा हो जाता है। यहां आने के बाद वो अपने जीवन में होने वाली घटनाओं को अनुभव कर सकता है। अब इस सबके लिए किसी को भी इस गांव तक जाना होगा,उसके बाद ही पता चल पाएगा कि इसकी सत्यता क्या है।