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चमोली आपदा : अब तक 61 शव और 27 मानव अंग हो चुके बरामद, 143 अभी भी लापता
Last Updated on February 18, 2021 by
चमोली। उत्तराखंड के चमोली में आपदा (Chamoli Disaster) आए करीब 12 दिन बीत चुके हैं। राहत एवं बचाव कार्य अभी भी जारी है। आज सुरंग (Tunnel) से दो और आपदा प्रभावित रैणी (Reni Village) क्षेत्र से भी एक शव बरामद हुआ गया है। अब तक तपोवन सुरंग (Tapovan Tunnel) से कुल 13 शव बरामद हुए हैं। चमोली आपदा में अभी तक 61 शव बरामद किए (Dead Bodies Recovered) जा चुके हैं। इसके अलावा आपदा स्थलों से 27 मानव अंग भी बरामद हो चुके हैं, जबकि बताया जा रहा है कि अभी भी 143 लोग लापता हैं। खोज और राहत बचाव कार्य जारी, लेकिन अब लोगों के बचे होने की उम्मीद ना के बराबर ही बची है। तपोवन सुरंग (Tapovan Tunnel) से आज तड़के साढ़े चार बजे शव मिला। इसके अलावा सुरंग में बार-बार पानी भी आ रहा है। ऐसे में पंपिंग मशीन का भी सहारा लिया जा रहा है।
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तपोवन टनल में एक औऱ शव प्राप्त किया गया। pic.twitter.com/qx6dAlRpDo
— SDRF Uttarakhand Police (@uksdrf) February 18, 2021
गुरुवार की सुबह शव मिलने के बाद अब कुल मृतकों की संख्या 61 हो गई है। वहीं 143 लोग आपदा के बाद से अभी भी लापता हैं। साथ ही आपको बता दें कि तपोवन से चिकित्सकों की टीम भी लौट आई है। उप जिला चिकित्सालय की मेडिकल टीम चमोली जिले के आपदा प्रभावित क्षेत्र तपोवन में सेवाएं दे रही थी। मेडिकल टीम अब करीब एक सप्ताह बाद श्रीनगर लौट गई है। इसी मेडिकल टीम ने आपदा में मारे गए लोगों के शवों का पोस्टमार्टम भी किया। इसके साथ ही ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया।
मेडिकल टीम में उप जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ सर्जन डॉक्टर लोकेश सलूजा व आर्थोपेडिक सर्जन डॉकट्र गौतम नैथानी भी मौजूद थे। डॉक्टरों की टीम ने आपदा प्रभावित क्षेत्र में फंसे लोगों की मदद करने के लिए जुटे सैनिकों व अर्द्धसैनिक बलों की सराहना की। आपको बता दें कि बुधवार को तपोवन सुरंग, बैराज और रैणी साइट में कोई भी शव बरामद नहीं हुआ था। हालांकि चमोली के बराली गांव के पास एक मानव अंग (हाथ) जरूर मिला था। आपको बता दें कि अभी तक 27 मानव अंग बरामद हो चुके हैं। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया (DM Swati S Bhadauria) ने बताया कि टनल से काफी पानी निकल रहा है। पानी की निकासी के लिए पंप का इस्तेमाल किया जा रहा हैं। बैराज साइट में जहां सूखा मिल रहा है, वहां जेसीबी ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। रैणी के पास भी एनडीआरएफ और जेसीबी लगाकर शवों की तलाश की जा रही है।