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हिमाचल की पहली बाल मुख्यमंत्री जाहन्वी का सुंदरनगर में हुआ स्वागत
मंडी (नितेश सैनी)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा (Himachal Assembly) में पहली बार आयोजित बाल सत्र (Children session) में मुख्यमंत्री चुनी गईं सुंदरनगर (Sudernagar) की जाहन्वी (Jhanvi) के घर पहुंचने पर जोरदार स्वागत हुआ। सुंदरनगर शहर के भोजपुर निवासी जाहन्वी के पिता संजीव कुमार व्यापारी हैं जबकि मां देवना गृहिणी हैं। बाल सत्र में अपने अनुभव साझा करते हुए जाहन्वी ने कहा कि जब स्वयं मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने उन्हें सीएम कहकर संबोधित किया तो उन्हें गर्व का अहसास हुआ। जाहन्वी ने कहा कि सरकार में पक्ष और विपक्ष की भूमिका राज्य को चलाने में महत्वपूर्ण होती है।
शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार की जरूरत
सत्र के दौरान उन्होंने विपक्ष के सवालों के जवाब तो दिए ही, साथ में शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर भी अपनी बात रखी। जाहन्वी ने कहा कि उनके जीवन का लक्ष्य आईएएस-आईपीएस ऑफिसर बनना है तथा उसके लिए वह अभी से प्रयत्नशील है। जाहन्वी ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार लाने की अत्यंत आवश्यकता है। कई स्कूलों की स्टाफ की कमी है तो कई जगह पर बच्चों की संख्या कम है। हालात यह हैं कि सभी सरकारी नौकरी तो चाहते हैं, लेकिन अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में नहीं पढाना चाहते जो एक चिंतनीय विषय है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल खोले जाने चाहिए ताकि वहां के बच्चे शिक्षा से वंचित न रह सकें। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी और बेहतर कार्य करने की जरूरत है।
हमारी चिंताओं को सरकार तवज्जो दे
जाहन्वी ने कहा कि बाल सत्र को तभी सफल माना जाएगा, जब सरकार सत्र में उठाए गए मुद्दों पर गौर कर उन्हें अमलीजामा पहनाए। जाहन्वी ने बताया कि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) ने बाल सत्र में हिस्सा लेने वाले सभी बच्चों को आश्वस्त किया है कि सरकार इन मुद्दों को पूरी गंभीरता से लेगी। कई कार्य पहले से चल रहे हैं। जो शेष है, उन पर भी कार्य किया जाएगा।
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