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हिमाचल में ब्लैक फंगस की दस्तक, IGMC में भर्ती हमीरपुर की महिला में हुई संक्रमण की पुष्टि
शिमला/ऊना। कोरोना बढ़ते कहर के बीच देश के कई राज्यों में ब्लैक फंगस ( Black fungus) के मामले भी सामने आ रहे हैं। हिमाचल में ब्लैक फंगस का पहला मामला सामने आया हैं। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी ( IGMC) के कोविड वार्ड में दाखिल एक महिला ब्लैक फंगस से संक्रमित पाई गई है। यह महिला हमीरपुर के खागर क्षेत्र से हैं और उसे शुगर एवं बीपी की समस्या भी है। 52 वर्षीय महिला चार मई को कोरोना पॉज़िटिव ( Corona positive) पाई गई थीं और बाद में आठ मई को सांस को तकलीफ़ के चलते उसे हमीरपुर से नेरचौक रेफ़र किया गया। इसके बाद नेरचौक से उसे आईजीएमसी शिफ्ट किया गया है। महिला के नाक के पास ब्लैक फ़ंगस है पाया गया है। फिलहाल अभी मरीज़ की हालत स्थिर है और आईजीएमसी में उपचारधीन हैं। उधर आईजीएमसी के एमएस डॉ जनक राज ( Dr. Janak Raj) ने आईजीएमसी में उपचाराधीन महिला में ब्लैक फंगस की पुष्टि की है। महिला की हालत स्थिर है।
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इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में अभी तक ब्लैक फंगस (Black Fungus) के संक्रमण का कोई मामला नहीं है तथा स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी से निपटने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है। सीएमओ ऊना डॉ. रमण कुमार शर्मा (Dr. Raman Kumar Sharma) ने कहा कि ब्लैक फंगस कोरोना संक्रमितों (Corona Infected) की आंखों पर हमला करता है। उन्होंने कहा कि शुरुआत में ब्लैक फंगस से संक्रमित व्यक्ति को जुकाम, नाक बंद होना, नाक से खून आना, दर्द, चेहरे पर सूजन व कालापन आना जैसे लक्षण आते हैं। संक्रमण फैलने पर मरीज बेहोश होने लगता है व अन्य मानसिक दिक्कतें शुरू हो जाती हैं। इस रोग से आंखों, फेफड़ों व अंदरूनी अंगों पर प्रभाव पड़ता है और यह पहले से ही कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों पर आसानी से हमला करता है। उन्होंने कहा कि जिन मरीजों को शुगर की बीमारी है या जो स्टेरॉयड दवाओं का इस्तेमाल करते हैं, उन पर इसका खतरा अधिक है।चल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group