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बड़ी खबरः हिमाचल में TGT बैचवाइज भर्ती काउंसलिंग प्रक्रिया टली, यह रहा कारण
शिमला/गोहर। हिमाचल में टीजीटी (TGT) आर्टस, मेडिकल और नॉन मेडिकल के पदों को बैचवाइज भरे जाने के लिए शुरू होने वाली काउंसलिंग प्रक्रिया (Counseling Process) आगामी आदेशों तक टल गई है। कुछ पात्र छात्रों के कोरोना (Corona) के चलते बाहरी राज्यों में फंसे होने के चलते यह फैसला लिया गया है। बता दें कि यह प्रक्रिया 25 जून से शुरू होनी थी और 10 जुलाई या इससे पहले पूरी की जानी थी। हिमाचल के बाहर फंसे कुछ पात्र छात्रों ने काउंसलिंग प्रक्रिया में उपस्थित होने में असमर्थता जताई है। इसके चलते निदेशक एलीमेंटरी एजुकेशन (Director Elementary Education) ने आज आदेश जारी करते हुए काउंसलिंग प्रक्रिया पर आगामी आदेशों तक टाल दी है।
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वहीं, हिमाचल प्रदेश बेरोजगार संघ ने सरकार के इस फैसले की कड़ी आलोचना की है। बेरोजगार संघ के अध्यक्ष कुलदीप सिंह मनकोटिया ने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों (Teachers) के पद खाली पड़े हैं, जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ा रहा है। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में 1999-2003 बैच के हजारों पात्र उम्मीदवार अपने ही राज्य में उपस्थित हैं, जो लोग राज्य से बाहर हैं, उनकी गिनती बहुत ही कम है। इन लोगों को ऑनलाइन काउंसिलिंग (Online Counseling) का मौका दिया जाए। नियुक्ति पत्र उनके उपस्थित होने पर जारी किए जा सकता है। अब निजी साक्षात्कार का कोई अंक नहीं है, इसलिए बेरोजगार संघ सरकार से आग्रह करता है कि टीजीटी की बैचवाइज भर्ती तय समय पर की जाए और 3636 शिक्षकों की चल रही भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। यदि भर्ती प्रक्रिया को तुरंत बहाल नहीं किया गया तो बेरोजगारों में फैल रहा असंतोष और बढ़ जाएगा, जिसके लिए सरकार खुद जिम्मेदार होगी।