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फतेहपुर में मनरेगा मजूदर बोले-साहब आठ साल से काम नहीं मिला, कैसे पालें बच्चे
फतेहपुर। विकास खंड फतेहपुर की पंचायत बतराहन (Development Block Fatehpur’s Panchayat Batrahan) के वार्ड-3 मनरेगा मजदूर काम ना मिलने से रुष्ट है। इस बात से नाराज मनरेगा मजदूर खंड कार्यालय में पहुंच गए और खंड विकास अधिकारी के कार्यालय के सामने सांकेतिक धरना दे दिया। इन मनरेगा कर्मियों ने मीडिया को बताया कि पिछले करीब आठ सालों से उन्हें मनरेगा के तहत काम नहीं मिल पाया है। इस कारण परिवार का पालन-पोषण करना मुश्किल हो गया है। इन मनरेगा मजदूरों में से सुमना देवी (Sumna Devi) , कांता देवी, सिल्मो, पुष्पा, कृष्णा देवी (Krishna Devi), सपना देवी, कश्मीरा देवी, दर्शना देवी(Darshna Devi) , परवीन कुमार, अल्का, ऊषा, शारदा देवी, अनु देवी, संदला ने बताया कि वे बार-बार मनरेगा के तहत काम के लिए गुहार लगा रहे हैं, मगर कुछ भी नहीं किया जा रहा है।
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इस बारे में जब खंड विकास कार्यालय फतेहपुर के सुपरिंटेंडेंट मनोज कुमार शर्मा (Manoj KUmar Sharma) से बात की तो उन्होंने बताया कि मनरेगा मजूदरों की मांग जायज है। उन्होंने उसी समय पंचायत सचिव को आगामी दो या तीन दिन के भीतर काम दिलवाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि सरकार के निर्देश के अनुसार मनरेगा मजदूरों को एक वर्ष में 120 दिन रोजगार देना सुनिश्चित किया गया है। वहीं इस संबंध में बीडीसी तमन्ना ने बताया कि उनकी पंचायत बतराहन के वार्ड-3 के मनरेगा मजदूरों को पिछले लंबे समय से काम नहीं मिल पाया है। वह भी उनके समर्थन में खंड विकास कार्यालय फतेहपुर में आई है। सुपरिंटेंडेंट के आश्वासन के बाद मनरेगा मजदूरों को राहत मिलने की उम्मीद बंधी है।
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