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Himachal: किन्नौर-लाहुल में हिमपात, तापमान लुढ़का; जाने कब तक सताएगा मौसम
शिमला। मौसम विभाग की चेतावनी के बीच हिमाचल में मौसम ने करवट बदल ली है। गुरुवार को किन्नौर व लाहुल-स्पीति जिले के ऊपरी भागों में ताजा बर्फबारी (Snowfall) हुई है। जिले के उंचाई वाले क्षेत्रों हांगो, नाको, छितकुल, रक्षम, लिप्पा आसरंग, किन्नू चांरग और नेंसग में चार इंच तक बर्फबारी हुई है। जबकि निचले क्षेत्रों में रिकांगपिओ (Reckong Peo) समेत पोवारी, कडछम, टापरी, भावानगर निगुलसरी और चौरा में लगातार बारिश (Rain) होने से तापमान (Temperature) में भारी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम में अचानक बदलाव होने से मई माह में भी दिसंबर माह की सर्दी का एहसास हो रहा है और लोग गर्म कपड़े पहनने को मजबूर हो गए हैं। लगातार हो रही बारिश-बर्फबारी के चलते जिले के कुछ क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति भी बाधित हुई है।
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बता दें कि जिला कुल्लू के साथ लाहुल-स्पीति (Lahul spiti) में गुरुवार को मौसम सुबह से खराब रहा और आसमान पर बादल छाए रहे। रोहतांग दर्रा, कुंजुम दर्रा सहित ऊंची पहाड़ियों में बर्फ के फाहे गिरे हैं। मनाली के मकवरे, शिकवरे, हनुमान टिब्बा, सेव स्टिर पीक, पिन पार्वती में शाम के समय फाहे गिरे। कुल्लू जिला प्रशासन ने पर्यटकों (Tourist) के साथ आम लोगों को अटल टनल रोहतांग के आसपास व अन्य संवेदनशील इलाकों की ओर न जाने के लिए कहा है। हालांकि मनाली लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सामन्य रूप से जारी रही।
वहीं मौसम विज्ञान केंद्र शिमला (Meteorological Center Shimla) ने प्रदेश के मध्यम और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 23 मई तक मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान लगाया है। मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में तूफान और बारिश जबकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है। गुरुवार को भी राजधानी शिमला में सुबह बारिश हुई जबकि दोपहर बाद धूप खिली रही। प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य ही रहा जबकि अधिकतम तापमान 7 से 8 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़का है।
बागवानों की बढ़ी मुशिकलें
प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश और बर्फबारी ने किसानों-बागवानों की मुशिकलें बढ़ा दी हैं। ऊंचाई वाले भागों में इन दिनों सेब के पौधों में फ्लोवरिंग चल रही है, ऐसे में बर्फबारी से इसे नुकसान हो सकता है।