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Covid-19 वैक्सीन के लिए इस भारतीय बिजनेसमैन ने Oxford को दिए 3300 करोड़ का दान
Last Updated on July 11, 2020 by saroj patrwal
नई दिल्ली। दुनिया भर में जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच अबतक लाखों लोगों की जान जा चुकी है, लेकिन अभी तक इस महामारी के लिए इलाज के लिए कोई भी कारगर वैक्सीन नहीं बन पाई है। कोरोना वायरस के खात्मे के लिए वैक्सीन बनाने के कार्य में दुनिया भर के तमाम देश और संस्थान लगे हुए हैं। कोविड-19 के लिए वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी सबसे आगे चल रही है। वहां पर वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल भी शुरू हो गया है। अब ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के तरफ से किए जा रहे इस प्रयास को प्रोत्साहित करने के लिए भारतीय बिजनेसमैन, स्टील टॉयकून लक्ष्मी निवास मित्तल ने Oxford University को कोरोना वैक्सीन के लिए 3.5 मिलियन पाउंड (करीब 3300 करोड़ रुपए) का अनुदान दिया है।
दुनिया को किसी भी तरह की महामारी के लिए पूरी तरह तैयार रहना होगा
बतौर रिपोर्ट्स मित्तल परिवार ने यह अनुदान ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के vaccinology डिपार्टमेंट को दिया है। यह Jenner Institute के अंतर्गत आता है। इस अनुदान के बाद अब इसका नाम Lakshmi Mittal and Family Professorship of Vaccinology हो गया है। बता दें कि जेनर इंस्टिट्यूट की स्थापना 2005 में ऑक्सफोर्ड और यूके इंस्टिट्यूट फॉर एनिमल हेल्थ के साथ पार्टनरशिप में की गई थी। पूरी दुनिया में वैक्सीन की पढ़ाई को लेकर इसे अव्वल माना जाता है। कोरोना महामारी में वैक्सीन की दिशा में यह काफी तेजी से काम कर रहा है। प्रफेसर Adrian Hill जेनर इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर हैं।
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पूरी दुनिया में कोरोना से अब तक 1 करोड़ 23 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं। साढ़े पांच लाख के करीब लोगों की मौत हो चुकी है। इस दान को लेकर लक्ष्मी मित्तल ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद दुनिया को किसी भी तरह की महामारी के लिए पूरी तरह तैयार रहना होगा। इस महामारी के कारण बहुत बड़े स्तर पर सामाजिक और आर्थिक नुकसान हुआ है। ऐसे में मेरी बात जब प्रफेसर Hill से हुई तो मुझे यह अहसास हुआ कि वे वैक्सीन बनाने को लेकर जो कुछ कर रहे हैं वह बहुत ज्यादा जरूरी है। हमें भविष्य में इस तरह की किसी भी महामारी के लिए अभी से तैयार रहना होगा।