-
Advertisement
शिमला को जाम से निजात दिलाने टूरिज्म इंडस्ट्री ने दिए 3 सुझाव
शिमला। टूरिज्म इंडस्ट्री एसोसिएशन ने शिमला (Shimla) के ट्रैफिक मैनेजमेंट (Traffic Management) को बहाल करने के पुलिस की कोशिशों की सराहना करते हुए शहर को जाम (Traffic Jam) से निजात दिलाने और होटल इंडस्ट्री को नुकसान से बचाने के लिए अहम सुझाव दिए हैं। आपको बता दें कि शिमला के एसपी (Shimla SP) ने आजकल शहर के ट्रैफिक मैनेजमेंट का काम खुद ही संभाला हुआ है।
टूरिज्म इंडस्ट्री एसोसिएशन (Tiurism Industry Association) का कहना है कि ट्रैफिक रेगुलेट करने के बजाए पुलिस टूटीकंडी क्रॉसिंग से बाईपास की और ट्रैफिक डायवर्ट किया करती थी, जिसका सीधा असर शहर के होटलों की ऑक्यूपेंसी पर पड़ता था और शहर में आ रहे पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ती थी। यही कारण है कि शिमला का वीक एंड टूरिज्म न के बराबर रह गया है। पड़ोसी राज्यों से आने वाले पर्यटक भी ट्रैफिक समस्या के कारण परहेज करने लगे हैं। पहले जहां तारादेवी से गाड़ियां चींटी की तरह रेंगती नजर आती थी, वहीं अब ट्रैफिक का फ्री फ्लो देखने को मिलता है।
-
ट्रैफिक लाइटिंग की जरूरत
चंडीगढ़ में पीक ऑवर्स में पंचकुला से चंडीगढ़ (Chandigarh) पहुंचने तथा निकलने में कम से कम 30 से 40 मिनट का समय लगता है, क्योंकि ट्रैफिक लाइटिंग (Traffic Lights) लगी है। शिमला में बढ़ते ट्रैफिक को ट्रैफिक लाइटिंग सिस्टम से रेग्यूलेट करने की आवश्कता है।
-
ग्रामीण इलाकों में रुकने की सुविधाएं बढ़ीं
शिमला शहर तथा शिमला की म्युनिसिपल लिमिट्स के साथ सटे ग्रामीण इलाकों में पर्यटकों के ठहरने की सुविधा में इजाफा हुआ है। इससे बाहर से आने वाली गाड़ियों का दबाव भी बहुत बढ़ गया है। यदि इसी रफ्तार से सुविधाएं बढ़ती रहीं तो ट्रैफिक संभालना मुश्किल होगा।
-
पर्याप्त पार्किंग की जरूरत
शिमला शहर में पार्किंग की पर्याप्त सुविधाओं का अभाव है। पिछले वर्षों में पर्यटन सीजन शुरू होते ही आनन-फानन में नया ट्रैफिक प्लान लागू कर दिया जाता था, जिसका विपरीत असर सीधा टूरिज्म इंडस्ट्री पर पड़ता था। इस वर्ष शिमला पुलिस ने टूरिस्ट सीजन से एक महीने पहले ही ट्रैफिक प्लान पर काम शुरू कर दिया। टूरिज्म इंडस्ट्री एसोसिएशन जुलाई के पहले हफ्ते में शिमला एसपी की अध्यक्षता में होटल व्यवसायियों के साथ एक बैठक की रूपरेखा तैयार कर रही है, ताकि ट्रैफिक प्लान को सुचारू बनाया जा सके।