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मंडी। हिमाचल में बारिश ने कोहराम मचा दिया है। पूरे प्रदेश की नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। जिससे कई सड़क (Road) मार्ग बंद हो गए हैं। रविवार को भारी बारिश से ब्यास नदी में भी बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। ब्यास का पानी कई गुना बढ़ गया है। मंडी (Mandi) जिला में यह पानी सड़क तक पहुंच गया है। थलौट के समीप द्ववाडा में ब्यास नदी (Beas River) का पानी सड़क पर पहुंच गया। जिससे चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे-3 पर वाहनों के पहिये थम गए हैं। इसके अलावा मंडी कुल्लू रोड पर भी हनोगी माता मंदिर के पास ब्यास का पानी सड़क तक पहुंच गया है।
ब्यास नदी में पानी बढ़ने का एक कारण लारजी डैम (Larji Dam) के गेट खोलना भी बताया जा रहा है। लारजी डैम के गेट खुलने से ब्यास नदी पूरे उफान पर बह रही है। ब्यास नदी के किनारे बसे लोग पूरी तरह से सहम गए हैं। वहीं मंडी जिले में भारी बरसात के चलते अब तक छह सड़कों पर यातायात पूरी तरह से बंद हो गया है। वहीं बिजली व्यवस्था भी डगमगा गई है। प्रदेश के 95 ट्रांसफार्मर बंद होने से दर्जनों पंचायतों में बिजली गुल हो गई है। यह सभी ट्रांसफार्मर गोहर क्षेत्र के बताए जा रहे हैं।
बता दें कि हिमाचल में बीती रात से हो रही भारी बारिश (Rain) से कई जगहों पर भूस्खलन (Landslide) हुए हैं। कई घर जमींदोज हो गए हैं। सराज क्षेत्र में सबसे अधिक तीन सड़कें बाधित हुई हैं। बारिश के कारण चट्टानें और मलबा सड़कों पर आ गया है। बंद सड़कों में जंजैहली-रायगढ़ और शंकरदेहरा सड़क, लंबाथाच-चियुनी रोड और लंबाथाच-सिल्हीबाग रोड शामिल हैं। इसी तरह से बल्ह का मंडी-रिवालसर-कलखर मार्ग, जबकि करसोग क्षेत्र में करसोग-परलोग और थाडी-डोवर रोड भी वाहनों के लिए बंद हो गया है। उधर, मंडी शहर में भारी बारिश के चलते शहर की सड़कों पर जलभराव हो गया। इससे लोगों और कारोबारियों को कठिनाई हुई। वहीं डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने जनता को नदी नालों की तरफ ना जाने की हिदायत दी है।
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