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आईजीएमसी में “जय हिंद” पर बवालः सुरक्षाकर्मियों ने दी हड़ताल की चेतावनी, पढ़े पूरा मामला
शिमला। हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी के सुरक्षाकर्मियों का आरोप है कि अस्पताल के एमएस राहुल राव ने सुरक्षाकर्मियों को जयहिंद ना बोलने की हिदायत दी है, जिसपर सुरक्षाकर्मी भड़क गए हैं और हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। साथ ही सुरक्षाकर्मियों ने एमएस पर तानाशाही तरीके से काम करने के आरोप लगाए।
उधर आईजीएमसी के एमएस राहुल राव ने ऐसा फरमान जारी करने से इनकार किया है।
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सुरक्षाकर्मी यूनियन के महामंत्री प्रवीण शर्मा का आरोप है कि आईजीएमसी के एमएस राहुल राव ने सभी सुरक्षाकर्मियों को उन्हें जय हिंद ना कहने पर प्रतिबंध लगा दिया है जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है। देश में कहीं भी जय हिंद बोलने पर प्रतिबंध नहीं है लेकिन आईजीएमसी के एमएस यहां पर तानाशाही रवैया अपनाते हुए सुरक्षाकर्मियों के साथ भेदभाव कर रहे हैं और उन्हें परेशान किया रहा है। उन्होंने कहा कि एमएस ने फरमान जारी कर कहा है कि यदि कोई सुरक्षा कर्मी उन्हें जय हिंद बोलता है तो उसे नौकरी से हटाने की धमकी भी दी है। प्रवीण शर्मा ने कहा कि सुरक्षाकर्मी इस तरह की तानाशाही रवैया को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे और यदि इस तरह के फैसले वापस नहीं लिए गए तो वह हड़ताल पर जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे। इसके अलावा आईजीएमसी अस्पताल में केवल सुरक्षाकर्मियों के लिए ही मशीन पर हाजरी लगाने की व्यवस्था कर दिया जबकि अन्य स्टाफ के लिए इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं है।
वहीं आईजीएमसी के एमएस डॉ राहुल राव ने इस तरह के किसी भी आदेश अस्पताल प्रशासन की ओर से जारी करने पर इनकार किया। उन्होंने कहा कि जय हिंद बोलने पर किसी भी तरह का प्रतिबंध अस्पताल प्रशासन ने नहीं लगाया है बल्कि सुरक्षा कर्मियों को कहा गया है कि वह अस्पताल में व्यवस्था देखें ना कि अधिकारियों के आगे पीछे घूमे । ये गलत संदेश दिया जा रहा है कि जय हिंद बोलने पर प्रतिबंध लगाया गया है।इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट द्वारा सभी विभागों को बायोमेट्रिक मशीनों से हाजिरी लगाने के निर्देश हुए हैं। उसी के तहत आईजीएमसी अस्पताल में भी यह व्यवस्था की गई है।