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Lockdown में चमकी मजदूर की किस्मत; एक ठोकर में मिला 50 लाख का हीरा
Last Updated on July 22, 2020 by
पन्ना। हीरों की नगरी के नाम से देश-दुनिया में जाना जाने वाला मध्य प्रदेश का पन्ना जिला (Panna district) एक बार फिर चर्चा में है। दरअसल, मंगलवार को एक मजदूर आनंदी लाल कुशवाहा को पन्ना की धरती ने रंक से राजा बना दिया और बेशकीमती उज्ज्वल जैम क्वालिटी का हीरा (Diamond) मिला है, जिसकी अनुमानित कीमत 50 लाख रुपए से ज्यादा बताई जा रही है। कुशवाहा को 10 कैरेट 69 सेंट का जेम क्वॉलिटी का हीरा मिला है। पहले भी इसी खदान से एक मजदूर को 70 सेंट का हीरा मिल चुका है। दोनों हीरे कार्यालय में जमा किए गए हैं और आगामी होने वाले हीरे की नीलामी में इन्हें रखा जाएगा।
12 प्रतिशत टैक्स कटौती कर मजदूर को सौंप दी जाएगी पूरी राशि
जानकारी के अनुसार, सरकोहा स्थित रानीपुर गांव में निजी क्षेत्र की खदान में ये हीरा मिला है। यहां पर 9 मजदूर पार्टनर थे और एक साथ खदान में खुदाई कर रहे थे। मजदूर को यह हीरा तब मिला जब उसे खदान में एक ठोकर लगी। जिला हीरा अधिकारी एसएन पांडेय का कहना है कि लंबे समय बाद यह बड़ा हीरा मिला है जिसे विधिवत जमा करा दिया गया है, अब इसको नीलामी में रखा जाएगा। जो भी कीमत मिलेगी। रॉयल्टी और टैक्स काटकर पूरी राशि मजदूर को दी जाएगी। नीलामी की उच्चतम बोली की राशि से हीरा कार्यालय करीब 12 प्रतिशत राशि टैक्स के रूप में काट कर बाकी 88 प्रतिशत राशि तुआदार (हीरा धारक) को दे देगा।
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साल 1961 में मिला था पन्ना जिले का सबसे महंगा हीरा
बताया गया कि मजदूर आनंदीलाल कुशवाह ने कहा कि वह अपने साथियों के साथ हीरा खोज रहे थे और हमें धरती माता का आशीर्वाद मिल गया। बता दें कि पन्ना जिले में अब तक का सबसे महंगा हीरा अक्टूबर 1961 में रसूल मोहम्मद को मिला था। जो 44.55 कैरेट का था। उस समय हीरे की कीमत 3 लाख रुपए थी, आज अगर ऐसा हीरा मिलता तो उसकी कीमत एक करोड़ से भी ज्यादा होती। जानकारी के मुताबिक ऐसे हीरे पन्ना में बहुत कम मिलते हैं। लेकिन जिसे भी इस तरह के हीरे मिलते हैं उसकी किस्मत चमक जाती है।