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इस जगह सांस लेने से हो जाती है मौत, नक्शे से हटाया जाएगा नाम
पूरी दुनिया में प्रदूषण के कारण इंसानों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। प्रदूषण ने इंसान की सांसों पर असर डालना शुरू कर दिया है। ऐसा ही ऑस्ट्रेलिया (Australia) के एक शहर में हुआ है, जहां की हवा इतनी जहरीली हो गई कि इस पूरे शहर को खाली करवाना पड़ा।
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बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के विट्टेनुम शहर को माइनिंग टाउन (Mining Town) के नाम से भी जाना जाता है। जबकि, अब इसे ऑस्ट्रेलिया का चेर्नोबिल कहा जाने लगा है। इस शहर की हवा बहुत ज्यादा जहरीली हो गई है, जिस कारण यहां इंसानों की जान जाने का खतरा बढ़ गया है। दो दिन पहले यानी 31 अगस्त को इस शहर को हमेशा के लिए खाली करवा दिया गया है। अब ये शहर कभी आबाद नहीं होगा। इस शहर को हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं, अब इसे मैप से हटाने के भी पूरी तैयारी की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, विट्टेनुम क्लोजर एक्ट (Wittenoom Closure Act) के तहत इस शबहर 31 अगस्त तक खाली करने का अल्टीमेटम मिला था। इस संबंध में लोगों को शहर छोड़ने की चेतावनी दी गई थी। उन्हें कहा गया था कि अगर उन लोगों ने खुद शहर नहीं छोड़ा तो उन्हें जबरदस्ती निकाल दिया जाएगा।
जाने लगी लोगों की जान
बताया जाता है कि साल 1943 में यहां कई परिवार आकर बसे थे। हालांकि, माइनिंग क्षेत्र होने के कारण यहां कई तरह की जहरीली गैसों का रिसाव होता था। इसी कारण धीरे-धीरे से कई लोगों की जान जाने लगी। इसके बाद साल 1966 में लॉस और हेल्थ प्रॉब्लम के कारण विट्टेनुम माइन को बंद कर दिया गया।
हमेशा के लिए हुआ बंद
शहर में जहरीली हवा होने के कारण हजारों लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे। शहर को खाली ना करने की वजह से करीब दो हजार लोगों ने अपनी जान गंवा दी। रिपोर्ट्स के अनुसार, यहां माइन में काम करने वाले लगभग हर कर्मचारी की मौत हो चुकी है।
साल 2006 में ऑस्ट्रेलिया सरकार ने विट्टेनुम से टाउन का तमगा छीनने का फैसला लिया। इसके बाद साल 2007 में इस आर्डर को लागू कर दिया गया। वहीं, बुधवार यानी 31 अगस्त को इस शहर में रहने वाले आखिरी शख्स ने भी पलायन कर लिया। जिसके बाद इस शहर को पूरी तरह से बंद कर दिया गया।