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UPI Payment: दो हजार रुपये से अधिक भुगतान पर लगेगा अब 1.1 फीसदी सरचार्ज
मोबाइल क्रांति का जमाना है । इस दौर में ज्यादातर लोग छोटी-बड़ी चीजों की खरीदारी के लिए ऑनलाइन पेमेंट करते हैं। इतना ही नहीं बिजली-पानी सहित अन्य बिलों का भुगतान भी ऑनलाइन ही होता है। बाजार में खरीददारी करते समय कैश रखने की टेंशन से भी लोग मुक्त है क्योंकि ऑनलाइन पेमेंट हो जाती है। लेकिन एक टेंशन बड़ाने वाली खबर सामने आई है। पहली अप्रैल से UPI पेमेंट यानी गूगल पे (Google Pay),फोन पे (Phone Pay)और पेटीएम (Paytm) जैसे डिजिटल माध्यम से 2,000 रुपये से ज्यादा के पेमेंट पर जेब ढीली करनी पडे़गी।
मर्चेंट ट्रांजैक्शंस करने वाले यूजर्स को देना पडे़गा चार्ज
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI)ने हाल ही में एक सर्कुलर जारी कर यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI से मर्चेंट ट्रांजैक्शंस पर प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (PPI) फीस लागू करने को कहा है। इस सर्कुलर के मुताबिक 2,000 रुपये से अधिक की राशि के UPI ट्रांजेक्शन पर 1.1 फीसदी चार्ज देना होगा। यह चार्ज मर्चेंट ट्रांजैक्शंस यानी व्यापारियों को पेमेंट करने वाले यूजर्स को देना पडे़गा।
‘बिजनेस स्टैंडर्ड’ की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (PPI) के UPI पेमेंट पर 1.1 फीसदी इंटरचेंज फीस लगेगी। मालूम हो कि PPI में वॉलेट या कार्ड के जरिए ट्रांजैक्शन आता है। आम तौर पर इंटरचेंज फीस कार्ड भुगतान से जुड़ा होता है और इसे लेनदेन को स्वीकार करने और लागत को कवर करने के लिए लगाया जाता है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन (NPCI)ने अपने सर्कुलर में कहा है कि 30 सितंबर 2023 या उससे पहले पहले इसकी समीक्षा भी की जाएगी। जाहिर है पिछले दिनों पीएम मोदी ने यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI)को भारत की सबसे पसंदीदा भुगतान प्रणाली बताया था । उनका कहना था कि यह जल्द ही नकद लेनदेन को पीछे छोड़ देगी।