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प्रकाशम। आंध्र प्रदेश (Andra Pradesh) के प्रकाशम ज़िले में सैनिटाइज़र (Sanitizer) पीने के कारण कम-से-कम 16 व्यक्तियों की मौत (Death) हो गई। बताया इन व्यक्तियों ने शराब के अभाव में नशा करने के लिए जिस सैनिटाइज़र का सेवन किया था, उसमें मेथनॉल (Methanol) मिला हुआ था। पुलिस ने इसे अवैध रुप से बांटने के आरोप में 10 लोगों को गिरफ्तार (Arrested) किया है। वहीं, पुलिस अधीक्षक (प्रकाशम) ने कहा कि ‘परफेक्ट गोल्ड’ नामक एक विशेष सैनिटाइज़र मौत का कारण बना क्योंकि यह इथेनॉल के बजाय विषाक्त मेथनॉल से बना था।
बतौर रिपोर्ट्स, इसमें जान गंवाने वाले लोग शराब के नशे के आदी थे और उन्होंने शराब के विकल्प के तौर पर हैंड सैनिटाइज़र का सेवन किया था क्योंकि पिछले महीने विभिन्न तिथियों पर कोविड-19 के चलते लागू लॉकडाउन के मद्देनजर प्रकाशम जिले के कुरीचेडू में शराब की नियमित दुकानें बंद थीं। बताया गया कि तेलंगाना में विकराबाद जिले के एस श्रीनिवास उर्फ जाजुला नाम के एक व्यक्ति ने हैदराबाद शहर में एक किराए के कमरे से अपने भाई शिव कुमार के साथ मिलकर अवैध रूप से सैनिटाइज़र बनाया और इसे विभिन्न माध्यमों से बेचना शुरू कर दिया। पुलिस कहा कि एक अन्य व्यक्ति केशव अग्रवाल ने मिलावटी उत्पाद का वितरण शुरू किया क्योंकि इसमें मुनाफा अधिक था।
उन्होंने बताया कि हैदराबाद के जीदिमेटला के मोहम्मद दाऊद और मोहम्मद हाजी साब ने श्रीनिवास को सैनिटाइज़र बनाने के लिए मेथनॉल और अन्य सामग्री की आपूर्ति की। कौशल ने कहा, ‘हमारी एसआईटी ने इन पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। बाद में कुरीचेडू में पांच मेडिकल दुकानों के मालिकों को भी गंभीर लापरवाही के लिए गिरफ्तार किया गया।’ वास्तव में, कुरीचेडू में रिक्शा चालकों, कुछ भिखारियों और अन्य गरीब लोगों द्वारा आठ ब्रांड के सेनेटाइज़र का सेवन किया गया था, जो शराब के आदी थे। बता दें कि इससे पहले भी प्रकाशम ज़िले में सैनिटाइज़र पीने के कारण कई लोगों की मौत हो गई। ज़िला पुलिस के अनुसार पीड़ित कुरिचेडु गांव के थे और उनकी उम्र 35 से 65 के बीच थी।
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