-
Advertisement
![dharm](https://himachalabhiabhi.com/wp-content/uploads/2020/01/dharm-4.jpg)
अक्षय तृतीया पर जरूर करें भगवान विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ
हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया कहा जाता है। इसे अत्यंत शुभ तिथि माना गया है। इस दिन का अर्थ है जो कभी क्षय न हो या नष्ट न हो इसलिए इस दिन लोग सोने की खरीददारी करते हैं।आप घर पर भगवान विष्णु की आराधना करें, तो बेहतर रहेगा। । पंचांग के अऩुसार अक्षय तृतीया बहुत ही शुभ दिन है। कहा जाता है कि इस दिन दिन कमाया गया पुण्य अक्षय रहता है।
इस दिन भगवान विष्णु के सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए। वहीं इस दिन सुबह सवेरे स्नान करने के बाद भगवान विष्णु को पंचामृत से स्नान कराएं। इसके बाद भगवान को जौ, सत्तू या फिर चने की दाल जो घर पर हो अर्पित करें। पितरों की शांति के लिए अक्षया तृतीया को बहुत विशेष माना जाता है। इस दिन पितरों की शांति के लिए भी गरीबों को दान किया जाता है।
कहते हैं जो व्यक्ति इस दिन दान करता है। उसे अक्षय लाभ मिलता है। इस दिन ठंडी चीजें जैसे जल से भरे घड़े, कुल्हड़, सकोरे, पंखे, खड़ाऊं, छाता, चावल, नमक, घी, खरबूजा, ककड़ी, चीनी, साग, इमली, सत्तू आदि का दान करना बहुत ही उत्तम माना जाता है। ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार इस दिन भाग्योदय के लिए शंख और मोरपंख भी खरीदना शुभ माना गया है।
इस दिन सुख समृद्धि और सौभाग्य की कामना के लिए शिव-पार्वती और नर नारायण की पूजा भी की जाती है। इसके अलावा मां लक्ष्मी की पूजा करने का भी इस दिन विधान है।