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अमेरिकी संसद में Tibet को अलग देश का दर्जा देने वाला Bill पेश
Last Updated on May 30, 2020 by saroj patrwal
कोरोना संकट के बीच निर्वासित तिब्बतियों के लिए एक खबर उम्मीद लेकर आ रही है। अमेरिकी संसद के प्रतिनिधि (US Parliament Representative) स्कॉट पेरी (Scott Perry) ने तिब्बत (Tibet) को अलग और स्वतंत्र देश की मान्यता (Separate and independent country)देने के लिए अमेरिकी संसद में एक विधेयक पेश किया है। पेरी ने विदेशी मामलों की हाउस कमेटी के समक्ष अपना बिल पेश किया। इस विधेयक (Bill) को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump)की मान्यता के लिए व्हाइट हाउस भेजा गया है। पेनसिलेवेनिया के सीनेटर स्कॉट पेरी कांग्रेस के उन 32 सदस्यों में शामिल रहे हैं जिन्होंने टॉम लैंटोस के अमेरिकी विदेश मंत्री को लिखे गए उस पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें तिब्बत से संबंधित दो विधानों को लागू करने की मांग की गई थी।
अमेरिका-चीन के रिश्तों में बढ़ सकता है तनाव
पेरी ने अपने बिल में तिब्बत मसले पर बीजिंग पर दबाव बढ़ाने की मांग की है। कोविड-19 (Covid-19) के बीच इस समय अमेरिका और चीन (China) के संबंध पहले ही तनावपूर्ण चल रहे हैं। इसी दौरान तिब्बत को लेकर पेश किए गए विधेयक से रिश्तों में तनाव ज्यादा बढ़ सकता है। तिब्बत पर चीन के आक्रमण के बाद वर्ष 1959 में तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा (Dalai Lama) को अपने अनुयायियों के साथ देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा था। तब से लेकर वह हिमाचल प्रदेश के मैक्लोडगंज (McLeodganj) में अस्थायी तौर पर रहते हैं। यहीं पर उनका पैलेस व मुख्य बौद्ध मंदिर है।