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BJP के पुराने साथी Dr. Rajan Shushant खड़ा करेंगे Third Front, नवरात्रों तक का मांगा वक्त
Last Updated on August 6, 2020 by Deepak
शिमला। पूर्व मंत्री व बीजेपी के के पुराने साथी डॉ राजन सुशांत ने प्रदेश के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा है कि उम्र भर सरकार की सेवा में समर्पित कर्मचारियों को तो आर्थिक लाभ देते समय तंगी आती है, लेकिन विधायकों को वेतन भत्ते देने के लिए सरकार को तकलीफ क्यों नहीं होती है। डॉ. सुशांत ने कहा कि मंत्री-विधायक जबकि कर्मचारियों के मुकाबले 75 गुना ज्यादा वेतन भत्ते और पेंशन ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी से भागने के लिए ही आर्थिक तंगी का बहाना बना रही है। डॉ.सुशांत ने कहा कि जब तक प्रदेश की आर्थिक स्थिति नहीं सुधरती तब तक विधायकों-मंत्रियों की भी पेंशन बंद कर देनी चाहिए। डॉ राजन सुशांत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि वह खुद भी नैतिकता के तहत इन कर्मचारियों के समर्थन में पेंशन नहीं लेंगे।
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पूर्व बीजेपी नेता ने कहा है कि सरकार ने एनपीएस कर्मचारियों की पेंशन बहाली की बात नही मानी तो बड़े स्तर पर प्रदेश व्यापी आंदोलन खड़ा किया जाएगा। डॉ राजन सुशांत ने सीएम जयराम ठाकुर से कहा है कि अगर वह पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली नहीं कर पाते हैं तो उन्हें राजभवन जाकर इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा है कि सरकार कर्मचारियों को तबादलों से डराने का प्रयास ना करें। इन्हीं सभी बातों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने प्रदेश में तीसरा मोर्चा खड़ा करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि साफ छवि वाले नेताओं को साथ लेकर नवरात्रों में नए क्षेत्रीय दाल का गठन कर दिया जाएगा। आम आदमी पार्टी से मोह भंग होने के सवाल पर डॉ. सुशांत ने कहा कि सांसद होते हुए ही भी उन्होंने अन्ना आंदोलन का समर्थन किया था। प्रदेश में आम आदमी पार्टी के गठन में मेरा भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। लेकिन प्रदेश में सियासी कारणों से आम आदमी पार्टी ने संभवानाएं होने के बाद भी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा। ऐसे ही कुछ कारण थे, जिसके चलते उन्होंने इस पार्टी से अपने को अलग कर लिया।