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तो क्या Himachal में नई पंचायतों का होगा गठन, मंदिर खोलने पर क्या बोले जयराम- जानिए
Last Updated on August 6, 2020 by Deepak
धर्मशाला। हिमाचल (Himachal) में पंचायत चुनाव से पहले नई पंचायतों (New Panchayats) के गठन का रास्ता साफ हो गया है। सरकार अब दोबारा नई पंचायतें बनाने पर विचार कर रही है। इस बात का खुलासा खुद सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत में किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से चुनाव स्थगित करने के किसी प्रस्ताव पर सरकार का कोई विचार नहीं है। लेकिन, सरकार नई पंचायतों के गठन को लेकर पुनः विचार जरूर कर रही है। उन्होंने कहा कि जनगणना की नोटिफिकेशन होने के चलते हिमाचल में नई रेवेन्यू यूनिट (Revenue Unit) व ब्लॉक यूनिट बनाने पर रोक लग गई थी। भारत सरकार के जनगणना विभाग (Census Department) ने नए रेवेन्यू व ब्लॉक यूनिट को फ्रीज कर दिया था। पिछले हफ्ते ही जनगणना विभाग की नोटिफिकेशन (Notification) पर रोक लग गई है। दिसंबर तक रोक लगा दी गई है। जनगणना विभाग का कहना है कि दिसंबर तक यदि कोई रेवन्यू व ब्लॉक यूनिट बनानी है तो बनाई जा सकती है। हिमाचल में पंचायतों को बढ़ाने के लिए विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों व ब्लॉक से प्रस्ताव आए हैं। अगर गुजाइंश निकली तो नई पंचायतों का गठन करने की कोशिश की जाएगी। सरकार की कोशिश होगी कि पंचायत चुनाव समय पर ही हों।
31 अगस्त के बाद मंदिरों को खोलने पर होगा विचार
मीडिया से बातचीत करते हुए मंदिरों (Temples) को खोलने के बारे पूछे प्रश्न का जवाब देते हुए सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि एक समय सरकार ने मंदिर खोलने को लेकर तय कर लिय था। पर कुछ अरसे से हिमाचल सहित पूरे देश में कोरोना (Corona) के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। वहीं, बरसात के दिनों में हर प्रदेश कोरोना का मामले बढ़े हैं। इसलिए फिलहाल बरसात के मौसम में बहुत सारे संक्रमण व बीमारियां आदि फैलने की संभावना रहती है। जन जनित रोगों का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में 31 अगस्त तक मंदिर खोलने की कोई गुजाइंश नहीं है। 31 अगस्त के बाद जैसे कोरोना के मामले कम होंगे तो मंदिर खोलने पर विचार किया जाएगा।
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डीजीपी की बॉर्डर एरिया से लोगों के पलायन की बात को नकारा
सीएम जयराम ठाकुर ने डीजीपी संजय कुंडू (DGP Sanjay Kundu) की चीन बॉर्डर से सटे लाहुल स्पीति व किन्नौर के गांवों से युवाओं लोगों के पलायन की बात को सिरे से नकार दिया है। उन्होंने कहा कि पांच पुलिस अधिकारियों की टीम लाहुल स्पीति व किन्नौर के बॉर्डर एरिया के गांवों में भेजी थी। उन्हांेने गांव-गांव में जाकर लोगों की बात को सुना। लोगों ने यही कहा कि वह लोग अंतिम सांस तक लड़ेंगे। पलायन करने जैसी कोई बात नहीं है। हालांकि लोगों के कुछ इश्यू थे, उन्हें सरकार हल करेगी। बॉर्डर एरिया के गांवों की समस्याओं को लेकर केंद्र सरकार को भी रिपोर्ट भेजी है। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता बॉर्डर एरिया के क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को सुधारा जाएगा। इस पर काम चल रहा है। 3200 करोड़ की लागत से बनने वाली रोहतांग टनल बनकर लगभग तैयार है। यह सुरक्षा और सामरिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। सितंबर के अंतिम सप्ताह में टनल का उद्घाटन प्रस्तावित है और पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) टनल का उद्घाटन करेंगे।