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जल शक्ति विभाग में भरे जाएंगे 7 हजार पद, एमसी धर्मशाला को भी मिलेगा स्टाफ
शिमला। हिमाचल विधानसभा (Himachal Vidhan Sabha) के मानसून सत्र के आज आखिरी दिन विधायक होशियार सिंह के सवाल का जवाब देते हुए जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर (Jal Shakti Minister Mahendra Singh Thakur) ने बताया है कि विभाग में सात हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती (Recruitment) की जाएगी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2004-05 में सरकार ने दैनिक वेतन भोगी और वर्क चार्ज के पद सेवानिवृत्ति के साथ ही समाप्त करने का फैसला लिया था। जिसके तहत देहरा उपमंडल में 464 पद समाप्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2004-05 में पेयजलए सिंचाई योजनाओं की संख्या कम थी। अब प्रदेश में 12 हजार से भी अधिक योजनाएं कार्य कर रही हैं। जल जीवन मिशन में कई और योजनाएं भी आई हैं। ऐसे में खाली हो रहे पदों की प्रतिपूर्ति के लिए सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने अपने बजट भाषण में चार हजार पद भरने की घोषणा की है। 1578 पद भरने की प्रक्रिया जारी है। जबकि 2322 पद भरने को भी मंजूरी दी गई है।
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इसके साथ ही धर्मशाला के विधायक विशाल नैहरिया (MLA Vishal Nahariya) ने शिमला नगर निगम की तर्ज पर धर्मशाला नगर निगम (Dharamshala Municipal Corporation) में स्टाफ देने की मांग की। प्रश्नकाल में सवाल उठाते हुए नैहरिया ने कहा कि स्टाफ की कमी से काम प्रभावित हो रहे हैं। लोगों को कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। चार कनिष्ठ अभियंता आउटसोर्स पर रखे गए हैं। जिन्हें काम की पूरी जानकारी ना होने से लोगों को पानी-बिजली की एनओसी (NOC) लेना और नक्शे पास करवाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि व्यवस्थाएं ऑनलाइन हो गई हैं, बावजूद लोगों के काम नहीं हो रहे हैं। जवाब में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज (Suresh Bhardwaj) ने कहा कि विभिन्न विभागों से स्टाफ को प्रतिनियुक्ति पर नगर निगम धर्मशाला में भेजने के प्रयास जारी हैं। विभिन्न सुविधाओं को दर्शाने के बाद ही धर्मशाला को शिमला से पहले स्मार्ट सिटी का दर्जा मिला था। धर्मशाला में जर्जर हुए भवनों को लेकर पूछे गए दूसरे सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि अगर कोई भवन असुरक्षित है तो विधायक स्वयं भी निगम प्रशासन को सूचित कर सकते हैं। विधायक भी निगम सदन के सदस्य हैं।
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