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हिमाचल: कुल्लू के आनी में जला मकान, ऊना में जंगल की आग बुझाते वन रक्षक झुलसा
Last Updated on May 20, 2022 by Vishal Rana
आनी/ऊना। हिमाचल के कुल्लू जिला में एक 8 कमरों का दो मंजिला मकान जलकर राख हो गया। यह हादसा कुल्लू (Kullu) जिला के आनी में पेश आया। वहीं ऊना में एक वन रक्षक (Forest Guard) जंगल में भड़की आग को बुझाते हुए बुरी तरह से झुलस (Scorched) गया। झुलसे वन रक्षक को उपचार के लिए ऊना अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पहला मामला कुल्लू जिला के आनी से सामने आया है। यहां एक 8 कमरों का एक दो मंजिला मकान (House) जलकर राख हो गया। यह आग आनी खंड की फनौटी पंचायत के फनौटी गांव में शुक्रवार दोपहर बाद लगी थी। इस आगजनी में लाखों कें नुकसान का अनुमान है। जानकारी देते हुए फनौटी पंचायत के प्रधान दौलत चौहान ने बताया कि यह मकान उगम राम पुत्र नारायण सिंह, धर्मदास पुत्र परस राम और गोपी चंब पुत्र नेहर देव का लकड़ी का बना पुराना मकान था। इस मकान को गौशाला और स्टोर के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था। इसमें अनाज सब्जियों के अलावा अन्य सामान रखा हुआ था। मकान में दोपहर बाद अचानक आग (Fire) लग गई।
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मकान लकड़ी का होने चलते आग ने कुछ ही देर में रौद्र रूप धारण कर लिया और देखते देखते पूरे मकान को अपनी चपेट में ले लिया। ग्रामीणों में अपने स्तर पर आग पर काबू पाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चला है। आग की घटना बारे जिला प्रशासन को सूचित किया गया था। जिसके बाद प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और घटना का मुआयना किया। वहीं तहसीलदार आनी दिलीप शर्मा ने बताया कि प्रशासन की टीम मौके पर जाकर नुकसान का आकलन कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रभावित लोगों को जल्द राहत राशि भी प्रदान की जाएगी।
एक साल पहले ही पदोन्नत होकर बना था वन रक्षक
वहीं ऊना (Una) जिला से सामने आए मामले में वन रक्षक जंगल की आग बुझाते हुए झुलस गया। उसे पहले ऊना अस्पताल फिर वहां से पीजीआई (PGI) रेफर कर दिया गया है। मामले की सूचना मिलते ही खुद डीएफओ ऊना मृत्युजंय माधव ने क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचकर घायल वनरक्षक का हाल जाना और स्थिति का जायजा लिया। बताया जा रहा है कि प्रसिद्ध धार्मिकस्थल पीरनिगाह के साथ लगते गांव सैली के सरकारी जंगल में आग लगी हुई थी। इस क्षेत्र में वनरक्षक राजेश कुमार ड्यूटी पर तैनात था। सरकारी जंगल में आग लगने की सूचना मिलते ही वनरक्षक राजेश कुमार व उनके साथ दो फायर वाचर आग पर काबू पाने की कोशिश करने लगे।
इस दौरान आग को बुझाते हुए वनरक्षक राजेश कुमार अचानक ही आग की लपटों से घिर गए। इनके साथ आये दो फायर वाचरों ने बड़ी मुश्किल से वनरक्षक को लगी आग पर काबू पाया और स्थानीय लोगों की सहायता से क्षेत्रीय अस्पताल ऊना पहुंचाया गया। जहां से उसे पीजीआई चंडीगढ़ के लिए रैफर कर दिया। रेंज ऑफिसर अश्वनी कुमार व वन विभाग की टीम इन्हें लेकर पीजीआई रवाना हो गई है। आग की चपेट में आने से राजेश कुमार का पूरा शरीर झुलस गया है। केवल पैर ही बचे हैं। राजेश कुमार वन विभाग में चतुर्थ श्रेणी में कार्यरत था पिछले वर्ष ही ये पदोन्नत होकर वनरक्षक बना था।
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