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हिमाचल: सीएम साहब आठ महीने तो गुजर गए कब होगी हमारी सेलेक्शन
Last Updated on August 9, 2022 by Vishal Rana
शिमला। प्रदेश में शास़्त्री कमीशन पास युवाओं का भविष्य अधर में है। अब यह अभ्यर्थी सरकार से नाराज हो उठे हैं। यही कारण है कि ये बेरोजगार युवा अपनी नाराजगी लिए सीएम के सरकारी आवास (CM’s official residence) शिमला जा पहुंचे। वे उनसे मिलते उससे पहले ही उन्हें पुलिस ओक ओवर (oakover) के पास रोक दिया। आलम यह है कि इसके वर्ष 2019 में भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई थी। मगर 2022 तक अभी यह पूरी ही नहीं हो पाई है। इससे ये बेरोजगार युवा सरकार से खासे नाराज चल रहे हैं।
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जब ये सीएम से मिलने जा रहे थे तो इनकी पुलिस के साथ बहसबाजी भी हो गई। युवाओं का कहना है कि परिणाम घोषित होने के आठ महीने बाद भी उन्हें नौकरी नहीं दी गई है। इस कारण युवा मानसिक अवसाद में से गुजर रहे हैं। बताया जा रहा है कि कर्मचारी चयन सेवाएं आयोग ने लगभग 582 शास्त्रियों (582 Shastri) की सेलेक्शन कर रखी है। मगर नेशनल काउंसिल फार टीचर ट्रेनिंग के आदेशों के अनुसार इनकी सेलेक्शन को हाईकोर्ट में चुनौती दे रखी है। इसका कारण यह है कि एनसीटीई ने शास्त्री पद के लिए बीएड अनिवार्य की हुई है।
इसी शर्त के कारण जेबीटी की भर्ती भी विवादों में ही है। आलम यह है कि वर्ष 2018 से कोई भी तैनाती नहीं हुई है। जेबीटी (JBT) न होने से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है और शिक्षा सुचारू रूप से नहीं चल रही है। सेलेक्शन न होने से जहां बेरोजगार हताश हैं वहीं प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या (number of unemployed) दिन प्रति दिन बढ़ती ही जा रही है। आलम यह है कि पुरानी भर्तियां ही क्लीयर नहीं हो पा रही हैं तो नई कैसे होंगी। यही कारण है कि बेरोजगार शास्त्री कमीशन पास नाराज युवा सीएम से मिलने शिमला जा पहुंचे।