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हिमाचल से भाग रही हैं कंपनियां; वजह बताए सुक्खू सरकार: बिक्रम ठाकुर
ऊना। बीजेपी ने हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों (Industrial Area) से कंपनियों के प्रदेश छोड़कर भागने (Industrial Migration) का आरोप लगाते हुए सुक्खू सरकार को घेरा है। पूर्व उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर ने सुक्खू सरकार से पूछा है कि आखिर ये कंपनियां हिमाचल प्रदेश में क्यों नहीं आना चाहतीं? ठाकुर ने सरकार पर लचर व्यवस्था कायम करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रदेश से औद्योगिक इकाइयों का पलायन होना दुर्भाग्यपूर्ण है।
ठाकुर ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब से कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में सत्ता संभाली है, तब से आफत ही आफत आई है। एक ओर जहां प्राकृतिक आपदा ने प्रदेश को तहस नहस किया है तो दूसरी ओर सुक्खू सरकार की लचर व्यवस्था के चलते उद्योग कंपनियों ने भी मुंह फेरना शुरू कर दिया है। औद्योगिक क्षेत्र बद्दी बरोटीवाला, कालाअंब, पांवटा से कंपनियां निवेश (Invest) करने के बजाय कर्मचारियों से वीआरएस (VRS) लेकर उन्हें जबरन रिटायर कर रही है। सरकार की बेरुखी के चलते कंपनियां हिमाचल में निवेश नहीं करना चाह रही हैं।
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बल्क ड्रग पार्क और मेडिकल डिवाइस संयंत्र भी नहीं लग पाया
ठाकुर ने पूछा है कि आखिर व्यवस्था परिवर्तन वाली सरकार में ऐसा क्या हो रहा है, जिससे कंपनियां निवेश करने से कतरा रही हैं? नई कम्पनियां तो दूर, जो पूर्व में यहां स्थापित थी वह भी बोरिया-बिस्तर बन्द कर किसी और राज्य में जाने को मजबूर हो रही हैं। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के चलते कंपनियां निवेश करने से डर रही हैं। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि पिछली जयराम सरकार ने बद्दी में बल्क ड्रग पार्क (Bulk Drug Park) को केंद्र सरकार से मंजूरी दिलाई थी, लेकिन वर्तमान सरकार उसे भी अमलीजामा पहनाने में नाकाम रही है। इसके अलावा नालागढ़ में मेडिकल डिवाइस संयंत्र स्थापित करने की मंजूरी दी थी, वह भी वर्तमान सरकार से नहीं हो पा रहा है।