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50 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में ईडी की शिमला और मंडी में छापेमारी
शिमला/मंडी। हिमाचल प्रदेश में 250 करोड़ के पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाले (Post Matric Scholarship Scam) में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार सुबह से दो जगहों पर छापेमारी (ED Raid in Shimla and Mandi) की कार्रवाई की है। ईडी की एक टीम ने घोटाले में आरोपी अरविंद राज्टा के निजी आवास पर तो दूसरी टीम ने मंडी के शैक्षणिक संस्थान के परिसर में छापा मारकर दस्तावेजों को खंगाला। सीबीआई (CBI) इस मामले में पहले ही छापेमारी कर 10 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। ईडी की कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (Money Laundering Act) के प्रावधानों के तहत की गई है।
जानकारी के अनुसार छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपी अरविंद राज्टा के शिमला के ढली स्थित निजी आवास हिमगिरी में मंगलवार सुबह ईडी के 7 सदस्यों की टीम पहुंची। उनके साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के दो सुरक्षाकर्मी भी शामिल थे। ईडी की टीम अभी राज्टा की संपत्ति के दस्तावेजों को खंगाल रही है। ईडी की दूसरी टीम ने मंडी जिले के बल्ह क्षेत्र में स्थित एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान के परिसर पर भी छापा मारा। छापे की पुष्टि मंडी प्रशासन के उच्च पदस्थ सूत्रों ने की है। ईडी ने इस मामले में चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा में विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की है। यह मामला देशभर में कई संस्थानों और कॉलेजों के अयोग्य उम्मीदवारों के नाम पर गैरकानूनी तरीके से छात्रवृत्ति की रकम हड़पने से जुड़ा है। मंडी जिले के चैलचौक स्थित इस संस्थान में इस समय कई कोर्स चल रहे हैं।
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मारकंडा की शिकायत पर खुला था केस
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री रामलाल मारकंडा की शिकायत के बाद शिक्षा विभाग ने साल 2013-14 से 2016-17 तक 2.38 लाख एससी, एसटी और ओबीसी के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति जारी करने के दौरान हुई गड़बड़ी की जांच की थी। इसी दौरान 2772 शिक्षण संस्थानों को छात्रवृत्ति बंटी, जिसमें 266 निजी शिक्षण संस्थान शामिल थे। निजी संस्थानों को 210 करोड़ और सरकारी संस्थानों को 56 करोड़ की राशि दी गई। 2.38 लाख विद्यार्थियों में से 19915 को चार मोबाइल फोन नंबरों से जुड़े बैंक खातों में राशि जारी की गई।
2000 से ज्यादा फर्जी छात्रों के नाम रकम हड़पी गई
हिमाचल सरकार की सिफारिश पर सीबीआई ने 9 मई 2019 को इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। पांच दिन बाद ही हिमाचल, पंजाब,हरियाणा और चंडीगढ़ में 22 शैक्षणिक संस्थानों के ठिकानों पर छापे मारे गए। यह कार्रवाई हिमाचल में शिमला, सिरमौर, ऊना, बिलासपुर, चंबा और कांगड़ा के अलावा करनाल, मोहाली, नवांशहर, अंबाला और गुरदासपुर स्थित कई शैक्षणिक संस्थानों पर की गई। साथ ही बैंकों में भी छापा मारा था। अब तक हुई जांच में पता चला है कि 13 से ज्यादा संस्थाओं ने 2000 से ज्यादा फर्जी छात्रों की स्कॉलरशिप हड़प ली गई। 250 करोड़ रुपए के इस पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाले में सीबीआई ने शिक्षा विभाग के पूर्व सुपरिटेंडेंट अरविंद राज्टा को गिरफ्तार किया था।