-
Advertisement
सदन में गूंजा आउटसोर्स कर्मियों का मुद्दा, चर्चा की मंजूरी ना मिलने पर विपक्ष का वॉकआउट
Last Updated on September 22, 2023 by Soumitra Roy
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र (Monsoon session of Himachal Pradesh Vidhansabha)का आज पांचवा दिन है। आज सदन की कार्यवाही शुरू होते ही आउटसोर्स कर्मियों (Outsource workers ) को नौकरी से निकालने का मुद्दा उठा। विपक्ष ने नियम 67 के तहत स्थगन प्रस्ताव दिया गया। विपक्ष के तरफ़ से कहा गया कि सुक्खू सरकार द्वारा आउटसोर्स कर्मियों को हटाया जा रहा है। जल शक्ति विभाग व कोरोना काल में लगे स्वास्थ्य कर्मियों को हटाया गया है। रोज़गार देने के बजाए सरकार युवाओं को बेरोजगार कर रही है।
प्रस्ताव पर विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर को विस अध्यक्ष ने बोलने का समय दिया तो संसदीय कार्य मंत्री ने आपति जाहिर की दोनों तरफ़ से शोर शराबा शुरू हो गया। अध्यक्ष की इज़ाज़त मिलने पर जयराम ठाकुर ने कहा की कोरोना में स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी जान जोख़िम में डाल कर सेवाएं दी। सुक्खू सरकार ने इन लोगों को 9 माह से वेतन नही दिया। सरकार बेरोजगार युवाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है।
विपक्ष के नेता झूठ बोल रहे हैंः बोले सुक्खू
सीएम सुखविंदर सिंह ने कहा की विपक्ष के नेता झूठ बोल रहे हैं कि स्वास्थ्य कर्मियों को वेतन नहीं मिला। गलतियां बीजेपी सरकार( BJIP Govt) ने की भुगतना मौजूदा सरकार को पड़ रह है। मार्च तक इन कर्मियों को वेतन दे दिया गया है। दो माह का वेतन है, 30 September तक सारा वेतन दे देंगे। यदि इन आउट सोर्स कर्मियों की जरूरत होगी तो योग्यता के आधार पर आगे भी इनकी सेवाएं जारी रहेंगी। इसके बाद विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप पठानियां ने कहा कि इस मामले पर नियम,67 के तहत चर्चा नही दी जा सकती इसलिए विपक्ष के प्रस्ताव को निरस्त किया जाता है। जिस पर विपक्ष बिफर गया और नारेबाज़ी करते हुए सदन से वॉकआउट कर गया।
आउटसोर्स कर्मियों को सड़कों पर छोड़ दिया हैः बोले जयराम
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि आउटसोर्स कर्मियों (outsource workers) को नौकरी से निकाला जा रहा है। कांग्रेस ने बेरोजगारों को रोजगार देने का वादा किया था लेकिन आज हजारों आउटसोर्स कर्मियों को सड़कों पर छोड़ दिया है, इस विषय पर चर्चा होनी चाहिए। छह महीने से उनको सैलरी नहीं मिल पाई है। जब सैलरी नहीं मिल रही तो उनके परिवार का गुजारा कैसे चल रहा होगा।