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मांगों को लेकर ग्रामीण डाक सेवकों ने की हड़ताल,अफसरशाही के खिलाफ निकाला गुस्सा
ऊना। डाक विभाग (Postal Department) में लंबे समय से सेवाएं दे रहे ग्रामीण डाक सेवकों (Gramin Dak Sevaks)ने अपने हितों की सुरक्षा को लेकर डाक विभाग की अफसर शाही के खिलाफ एक बार फिर आवाज बुलंद कर दी है। बुधवार को जिला मुख्यालय के मुख्य डाकघर में ग्रामीण डाक सेवकों ने एकजुट होते हुए एकदिवसीय हड़ताल(Strike) करते हुए विभाग को चेतावनी जारी की है। इस मौके पर स्थानीय विधायक सतपाल सिंह सत्ती (MLA Satpal Singh Satti) भी ग्रामीण डाक सेवकों की हड़ताल में पहुंचे और उनके मुद्दे को केंद्र तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। ग्रामीण डाक सेवक संघ के पदाधिकारी जगतार सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में ग्रामीण डाक सेवकों से 8 घंटे काम लेकर 4 घंटे के पैसे दिए जा रहे हैं जबकि उन्हें साल भर में दी जाने वाली 20 छुट्टियां भी काम में लगवाई जा रही है और उसके बदले उन्हें 1 रुपया तक नहीं दिया जा रहा। विभाग की तरफ से ही दी गई छुट्टी लेने पर ग्रामीण डाक सेवकों को अफसरशाही द्वारा प्रताड़ित किया जाता है और उन्हें तब तक छुट्टी नहीं दी जाती जब तक ग्रामीण डाक सेवक अपनी जगह किसी दूसरे को काम न सौंप दें। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा दिया जा रहा वेतन भी नाम मात्र है जिसके चलते ग्रामीण डाक सेवकों को परिवार का पालन पोषण करना भी मुश्किल हो चुका है।
सत्ती ने दिलाया मांगे पूरी होने का भरोसा
इस मौके पर विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि हड़ताल पर बैठे ग्रामीण डाक सेवकों की मांगों को केंद्र सरकार (Central government) के समक्ष उठाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। जिसके लिए स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से ग्रामीण डाक सेवक संघ की स्थानीय यूनिट की एक अहम बैठक भी आयोजित की जाएगी। ताकि इन कर्मचारियों की समस्या का निदान करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि इन कर्मचारियों की मांगें मौलिक हैं, जिन्हें पूरा किया जाना चाहिए।