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गेस्ट टीचर भर्ती पर लगाएं पूर्णतया रोक, मानसिक प्रताड़ना के शिकार हो रहे अभ्यर्थी
Protest: शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र (Himachal Vidhansabha Budget Session) चल रहा है, सत्र के 9वें दिन बेरोजगार प्रशिक्षित अध्यापक संघ ने मांगों को लेकर चौड़ा मैदान में धरना प्रदर्शन किया। प्रशिक्षित बेरोजगार अध्यापकों ने गेस्ट टीचर भर्ती का विरोध (Protest) किया है और इस पर पूर्णतया रोक लगाने की मांग (Demands) की है।
पेंडिंग भर्तियों के रिजल्ट जल्द घोषित हो
बेरोजगार प्रशिक्षित अध्यापक (Unemployed Trained Teachers) संघ के अध्यक्ष घनश्याम ने कहा कि गेस्ट टीचर भर्ती पर पूर्णतया रोक लगाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य चयन आयोग के माध्यम से सभी भर्तियां की जानी चाहिए। TGT, JBT में तीन चार साल से कमीशन नहीं हुए हैं। पिछले डेढ़ साल से राज्य चयन आयोग बंद पड़ा है। इसे जल्द शुरू कर सभी भर्तियां करवाई जानी चाहिए। पेंडिंग भर्तियों के रिजल्ट जल्द घोषित किए जाने चाहिए तभी नई भर्तियों हो सकेगी। जो भर्तियां लिटिगेशन में हैं उसमें भी कुछ ना कुछ मार्ग निकाला जाए।
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अभ्यर्थियों का हो रहा शोषण
अध्यक्ष घनश्याम ने कहा कि अभ्यर्थियों (Candidates) का शोषण हो रहा हैं और उन्हें मानसिक प्रताड़ना का शिकार होना पड़ रहा हैं। सभी भर्तियां आरएंडपी रूल्स के अनुसार ही होनी चाहिए। सरकार शिक्षा गुणवतापूर्ण शिक्षा की बात करती हैं लेकिन आरएंडपी रूल्स को दरकिनार कर शिक्षा में गुणवता नहीं आ सकती। प्रदेश में चार लाख प्रशिक्षित बेरोजगार हैं। लेकिन आगे भी लगातार ट्रेनिंग दी जा रही हैं। सरकार ने एक साल में तीन हजार लोगों को रोजगार दिया हैं इस तरह पांच सालों में पंद्रह हजार को सरकारी नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार किस दिशा में काम कर रही हैं ये समझ से परे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी मांग जबतक मानी नहीं जाती वे संघर्ष जारी रखेंगे।
-संजू