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Results for "देवलु नाटी"
देवता चुंजवाला देवलु नाटी विजेता, बजंतरी स्पर्धा पर देव छमाहूं खणी ने मारी बाजी
देवलु नाटी व बजंतरी प्रतियोगिता भी आकर्षण का केंद्र रहती हैं। इसमें देवलु पारंपारिक वेशभूषा में नाटी डालते हैं। जबकि बजंतरी प्रतियोगिता में पारंपारिक वाद्य यंत्र बजाए जाते हैं
Mandi शिवरात्रि में कल होगा बजंतरी और देवलु नाटी प्रतियोगिता का फाइनल
सर्व देवता समिति के प्रधान शिवपाल शर्मा ने बताया कि बजंतरियों को राज्य स्तर पर मंच प्रदान करने की दिशा में प्रयास जारी हैं। भाषा एवं संस्कृति विभाग की ओर से समिति को जानकारी मिली है
पांडवों के अज्ञातवास से जुड़े मुरारी देवी मंदिर का रास्ता नहीं हो पाया पक्का
अज्ञातवास के समय पांडवों ने इस मंदिर का निर्माण किया था। साथ ही मंदिर में मौजूद माता की मूर्तियां उसी समय से स्थापित की गई हैं।
Shivratri Fair | Jogindernagar | Jaleb
उपमंडल जोगिंद्रनगर में सोमवार को लघु शिवरात्रि मेले का भव्य आगाज हुआ। मेले में पधारे 100 से अधिक देवी-देवताओं ने जब जलेब में भाग लिया तो मानो ऐसा लगा देवलोक उतर आया हो। वाद्ययंत्रों की धुन पर देवलुओं ने भी नाटी डाली और सैकड़ों लोगों ने जलेब में भाग लिया। रामलीला मैदान से दोपहर बाद… Continue reading Shivratri Fair | Jogindernagar | Jaleb
कुल्लू दशहरा में शाही अंदाज में निकली भगवान नरसिंह की दूसरी जलेब
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा (International Kullu Dussehra) उत्सव के तीसरे दिन परंपरागत ढंग से भगवान नरसिंह की दूसरी जलेब (Jaleb of Lord Narasimha) निकली। आगे-आगे नरसिंह भगवान की घोड़ी चल रही हैए पीछे आधा दर्जन से ज्यादा देवी-देवता और बीच में भगवान नरसिंह की पालकी चल रही थी। पालकी में रूपी रियासत के राज घराना से… Continue reading कुल्लू दशहरा में शाही अंदाज में निकली भगवान नरसिंह की दूसरी जलेब
Manghar Punu fair/ Chauharghati/Dev Hurang Narayan
मान्यता के अनुसार यह मेला हर तीसरे साल में मनाया जाता है। इस मेले के उपरांत बड़ा देव हुरंग नारायण अमरगढ़ हारी फेरा भी पूरा करते है।
कुल्लू दशहरा में निभाई अनूठी परंपरा, प्रायश्चित के रूप में मनाया काहिका उत्सव
बारिश के बीच ही भगवान नरसिंह की दूसरी जलेब निकली। वाद्ययंत्रों की थाप पर निकली जलेब को देखने के लिए बारिश में भी लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ।
#Kullu_Dussehra: अयोध्या की तर्ज पर हुई ढालपुर में देवी-देवताओं की पूजा
शाही अंदाज में निकाली गई जलेब में अधिष्ठाता भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह पालकी में सवार होकर निकले। आगे नरसिंह की घोड़ी और साथ में ढोल.नगाड़ों की थाप पर निकली