-
Advertisement
Results for "बच्चों के इलाज में लापरवाही"
कुल्लू हादसा: विधायक पर भड़के ग्रामीण, राहत कार्यों में देरी होने का लगाया आरोप
जिला कुल्लू की सैंज घाटी में सोमवार सुबह हुए बस हादसे में राहत कार्यों में देरी को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश पनप रहा है।
सनकी डॉक्टर ने की पत्नी सहित दो बच्चों की हत्या: नोट में लिखा- ओमिक्रॉन सबको मार डालेगा, इसलिए मैंने उन्हें मुक्ति दे दी
कानपुर में एक डॉक्टर ने अपनी पत्नी सहित दो मासूम बच्चों को मौत के घाट उतार दिया। हत्या की जानकारी मिलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।
हादसा नहीं हत्या है ये… अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते चार मासूमों की झुलस कर मौत
मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल हमीदिया कैम्पस में बने कमला नेहरू गैस राहत हास्पिटल में सोमवार देर रात आग लग गई थी।
AIIMS में हुआ शवों का फेरबदल, हिंदू परिवार ने मुस्लिम शव का किया अंतिम संस्कार
अस्पताल प्रशासन द्वारा जांच में यह पता लगा कि मुस्लिम परिवार की अंजुमन के शव को किसी हिंदू परिवार को दे दिया गया है। हिंदू परिवार ने उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया था।
ऊनाः दम तोड़ चुके नवजात को रेफर करने वाले Private Hospital की बढ़ी मुश्किलें
अब शिमला निवासी ललित शर्मा, जोकि पिछले 6 साल से ऊना में ही नौकरी कर रहे हैं ने सीएम हेल्पलाइन पर डॉक्टर के खिलाफ शिकायत करके जांच की मांग की है।
Una: दो बच्चों की मौत के बाद जागा स्वास्थ्य विभाग, Private Hospital के खिलाफ जांच शुरू
शिकायतकर्ताओं ने एक स्वर में निजी अस्पताल को बंद करने व लाईसेंस रद्द करने की मांग उठाई, लेकिन सीएमओ ने कहा कि यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है।
Una में दम तोड़ चुके नवजात को रेफर करने वाले Private Hospital का एक और कारनामा
2 जनवरी को उसने एक प्राइवेट अस्तपाल में बेटे को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद बेटे की तबीयत खराब बताई गई और साथ लगते बच्चों के अस्पताल भेज दिया।
दम तोड़ चुकी नवजात को PGI कर दिया रेफर, निजी अस्पताल के खिलाफ परिजनों का हल्ला
सात दिन बच्ची को अस्पताल में उपचाराधीन रखा गया और गंभीर हालत में भी रेफर नहीं किया गया। डॉक्टर उनको बच्ची के ठीक होने का आश्वासन देते रहे
Chemistry Lab Blast मामले में जुन्गा से पहुंची फॉरेंसिक टीम, जुटाए साक्ष्य
मौके पर एसडीएम ठियोग सहित शिक्षा निदेशक का जांच दल भी पहुंचा। मौके पर बिखरे कांच और लकड़ी सहित अन्य टुकड़ों तथा खुले पड़े केमिकल की शिशियों के सैंपल लिए गए।
एक और शिकायत
शिकायतकर्ता के अनुसार यह मामला 2018 में हुआ था, लेकिन कोई दस्तावेज ना होने के कारण उस समय उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की थी।