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मंडी। तमिलनाडु के तंजावुर में 17 वर्षीय छात्रा लावण्या आत्महत्या मामले (Lavanya Suicide Case) की चिंगारी अब हिमाचल में भी पहुंच गई है। लावण्या की मौत के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उग्र हो गई है। सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने मंडी जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन (Protest) कर मिशनरी स्कूलों द्वारा किए जा रहे धर्म परिवर्तन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर एबीवीपी (ABVP) ने डीसी मंडी के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन प्रेषित किया और तमिलनाडु में हुई इस घटना की जांच की मांग उठाने की अपील की।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि तमिलनाडु के तंजावुर में 17 वर्षीय छात्रा लावण्या को मिशनरी स्कूल में धर्म परिवर्तन करने के लिए बाध्य किया जाता है। छात्रा के मना करने पर स्कूल प्रशासन द्वारा उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ना दी जाती है, जिससे छात्रा ने मजबूर होकर जहर खाकर आत्महत्या कर ली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला संयोजक गौरव अत्री ने कहा कि विद्यार्थी परिषद इस तरह की घटना की घोर निंदा करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार तमिलनाडु में हुई इस घटना की जांच की मांग उठाए।
बता दें कि तमिलनाडु के तंजावुर में मिशनरी स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली लावण्या पर स्कूल प्रशासन ने ईसाई धर्म में परिवर्तन होने का दबाव डाला। लावण्या ने इससे इंकार कर दिया जिसके बाद स्कूल के अधिकारियों ने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। इस प्रताड़ना से तंग आकर छात्रा ने 9 जनवरी को खुदकुशी कर ली। 10 दिन तक चले इलाज के बाद लावण्या की मौत हो गई। इस मौके पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई अध्यक्ष विशाल ठाकुर, सचिव राहुल भंडारी, विशाली गुलेरिया सहित अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
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