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कोरोना की तीसरी लहर से बचावः डॉ रणदीप गुलेरिया बोले- बच्चों के लिए भी होगा फाइजर का टीका
कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों को खतरे की आशंका के बीच एम्स के निदेशक डॉ . रणदीप गुलेरिया ( AIIMS Director Dr. Randeep Guleria) का कहना है कि फाइजर व मॉडर्ना ( pfizer and moderna)को क्षतिपूर्ति सुरक्षा देने से ना केवल व्यस्कों बल्कि बच्चों के लिए भी कोविड टीकाकरण ( covid vaccination) को बढ़ावा मिलेगा। सीएनएन न्यूज-18 से बातचीत के दौरान डॉ गुलेरिया ने कहा कि ऐसा पहले भी हुआ है जब सरकार ने उन सभी टीकों को आपातकालीन मंजूरी दी थी, जिन्हें यूएस, यूके या यूरोपीय संघ या डब्लूएचओ की एजेंसियों द्वारा मंजूरी दी गई थी। ऐसे में लगता है हमारे पास बच्चों व व्यस्कों दोनों के लिए फाइजर वैक्सीन मौजूद होगी। पहले नियमों में छूट के मामले पर गुलेरिया ने कहा कि हमारे पास उभऱते आंकड़ों का सही डाटा नहीं था।
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भारत सरकार ने क्षतिपूर्ति सुरक्षा व पूरक परीक्षण ( Compensation Protection & Complementary Testing)में छूट दिए जाने के संकेत दिए हैं। इसके बार देश में फाइजर व माडर्ना वैक्सीन के आने का रास्ता साफ हो गया है। फाइजर के भारत में आने से कोरोना की तीसरी लहर के खिलाफ लड़ने में मदद मिलेगी। कई डेटा विश्लेषज्ञ और वैज्ञानिक शोधों में आशंका जाहिर की गई है कि इस महामारी की तीसरी लहर में बच्चे टारगेट हो सकते हैं। यही कारण है कि आने वाली लहर से बच्चों को बचाने के लिए तैयारियां की गई है।