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कोरोना की तीसरी लहर के अक्टूबर-नवंबर तक आसार-दुनियाभर के वैज्ञानिक परेशान
Last Updated on May 2, 2021 by
कोरोना की दूसरी लहर का कहर अभी तक पीछा नहीं छोड़ रहा कि तीसरी के आसार बन गए हैं। इसे लेकर दुनियाभर के वैज्ञानिक परेशान हो उठे हैं। हालांकि,ऐसा भी कहा जा रहा है कि वैक्सीन की उपलब्धता के चलते तीसरी लहर (Third Wave of Corona) से बचा जा सकता है। लेकिन इस सबके बीच वैज्ञानिक (Scientists) इस बात को लेकर चिंतित है कि ना जाने तीसरी लहर कितनी होगी। सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ शेखर मांडे (CSIR Director General Dr Shekhar Mande) का कहना है कि दुनियाभर के वैज्ञानिक तीसरी लहर को रोकने के उपाय में लगे हुए हैं।
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डॉ मांडे का कहना है कि दुनियाभर में कई वैक्सीन आ गई हैं। उत्पादन तेज करने के प्रयास लगातार चल रहे हैं। ऐसे में लगता है कि सभी वैक्सीन मिलकर जरूरत को पूरा कर सकेंगी। वहीं,एसबीआई (SBI) की ताजा इकोरैप रिपोर्ट में भी कहा गया है कि किसी भी देश में 15 से 20 फीसदी जनसंख्या को इंजेक्शन की दोनों डोज लग जाने पर संक्रमण की रफतार को काबू किया जा सकता है। वहीं, नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप आन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन फॉर कोविड.19 के सदस्य डॉ एनके अरोड़ा (Dr NK Arora) का कहना है कि पहली लहर का पीक सितंबर में आया था। दूसरी लहर की शुरुआत फरवरी से शुरू होकर मई में पीक तक जाने के आसार हैं। उसके बाद तीसरी लहर आएगी। उनका कहना है कि अक्टूबर तक देश की बड़ी संख्या को टीका लग चुका होगा। कोवैक्सीन और कोविशील्ड दोनों गेमचेंजर (Game Changers)साबित होंगी।