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IAS के जिम्मे होते हैं ये सारे काम, हर कोई नहीं कर सकता इन्हें निलंबित
Last Updated on July 28, 2022 by sintu kumar
हमने यूपीएससी (UPSC) के बारे में खूब सुना है। हम अक्सर सुनते हैं कि यूपीएससी का परिणाम घोषित हुआ है। वहीं, परिणाम आने के बाद आईएएस और आईपीएस बनने की बातें होने लगती हैं। इसके बाद साल की ट्रेनिंग भी होती है और ये लोग फील्ड में अपनी जिम्मेदारी भी संभालते हैं। आईएएस और आईपीएस की जिम्मेदारियां क्या-क्या होती हैं। हमें अक्सर पता नहीं होता। आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे कि उनकी क्या-क्या जिम्मेदारियां होती हैं।
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कई जिम्मेदारियां निभाता है एक आईएएस
आईएएस (IAS) सिविल सर्विस का सर्वोच्च पद होता है। एक साल की ट्रेनिंग पूरा होने के बाद आईएएस को उनके काडर में भेज दिया जाता है। वहां उन्हें किसी विशेष क्षेत्र या किसी विभाग की जिम्मेदारी दी जाती है। सबसे पहले उनकी पोस्टिंग डिविजनल मजिस्ट्रेट के रूप में होती है। इसके पश्चात ही इन्हें डीएम और उपायुक्त जैसी पोस्ट मिलती हैं। केंद्र अथवा सचिवालय के पदों पर भी आईएएस अधिकारी ही तैनात किए जाते हैं। वहां ये पीएसयू प्रमुख का दायित्व निभाते हैं। आईएएस अधिकारी जिला स्तर पर काम तो करते ही हैं साथ में एक कैबिनेट सचिव के साथ संयुक्त सचिव, उप सचिव और अपर सचिव के रूप में भी अपनी जिम्मेदारियां निभाते हैं।
राजस्व संबंधित कार्य होते हैं जिम्मे
आईएस अधिकारियों को राजस्व (Revenue) से जुड़े कार्य करने होते हैं। जैसे राजस्व का संग्रह इत्यादि करना इनके जिम्मे ही होता है। वहीं कानून-व्यवस्था कायम करना, कार्यकारी मैजिस्ट्र के रूप में दायित्व निभाना, मुख्य विकास अधिकारी या जिला विकास आयुक्त के रूप में अपनी सेवाएं देना, उप सचिव के रूप में सलाह देते हुए नीतियों को फाइनल करना आदि इनके कार्य होते हैं। एक आएस जब डीएम होता है तो उसके कंधों पर सभी डिपार्टमेंटों की जिम्मेदारी रहती है। जब वह डीएम होता है तो पुलिस विभाग के साथ-साथ वह अन्य डिपार्टमेंटों का भी हेड होता हैफ। धारा 144 व लॉ एंड ऑर्डर के सारे निर्णय वही लेता है। वह अनियंत्रित भीड़ पर कार्रवाई करने व फायरिंग जैसे आदेश भी दे सकता है। लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों को डीएम निलबिंत भी कर सकता है।
वहीं, उसके खिलाफ एफआरआई (FIR) भी दर्ज करवा सकता है। इसके विपरीत एक आईएएस के निलंबन का अधिकार केवल राष्ट्रपति के पास ही होता है। वहीं एक आईएएस अधिकारी को एसडीओ, एसडीएम, संयुक्त कलेक्टर, मुख्य विकास अधिकारी, डीएम, उपायुक्त, डिप्टी कमिश्नर, विभागीय आयुक्त, सदस्य बोर्ड ऑफ राजस्व व राजस्व बोर्ड अध्यक्ष जैसे पद मिलते हैं। अनुभव के आधार पर उनकी नियुक्ति केंद्र में भी हो सकती है।
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