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आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कभी मनुष्य के दिमाग की जगह नहीं ले सकती: मुकेश अंबानी
नई दिल्ली। भारत और एशिया के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने सोमवार को कहा, ‘आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कभी मनुष्य के दिमाग की जगह नहीं ले सकती और ना कभी ले पाएगी।’ रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आयोजित वर्चुअल समित RAISE2020 में कहा, ‘आधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की तुलना सिर्फ हमारे ग्रह पर एक बुद्धिमान जीव की उत्पत्ति से हो सकती है।’ बकौल अंबानी, ‘अब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में भारत को दुनिया में अग्रणी बनाने का समय है।’ उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (artificial intelligence) के लिए डेटा एक कच्चे माल की तरह है। इंटेलिजेंट डेटा डिजिटल कैपिटल साबित होगा। यह एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय संसाधन है जिसके दम पर भारत विकास के नए शिखर छू सकता है।
भारत डेटा खपत में 155वें से पहले स्थान पर आ गया है
आईटी मंत्रालय और नीति आयोग की ओर से यह सम्मेलन आयोजित किया गया जिसका उद्घाटन पीएम मोदी ने किया। पीएम मोदी के विजन की चर्चा करते हुए मुकेश अंबानी ने कहा कि सरकार ने 6 साल पहले जो डिजिटल इंडिया लॉन्च किया था उसके सार्थक परिणाम अब सामने आने लगे हैं। भारत डेटा खपत में 155वें से पहले स्थान पर आ गया है। भारत नेट के माध्यम से देश के 6 लाख गांवों को कनेक्ट किया जा रहा है। घर और ऑफिस कनेक्ट किए जा रहे हैं। अब भारत में ही किफायती मोबाइल फोन बनाए जा रहे हैं। देश में वर्ल्ड क्लास डेटा सेंटर्स का निर्माण हो रहा है। यानी तेज विकास के सभी घटक अपनी जगह मौजूद हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने डेटा को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए रॉ मैटिरियल बताया।
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अंबानी ने कहा कि आज देश की 99 फीसदी आबादी तक 4जी का सिगनल पहुंच रहा है और मुझे यकीन है कि 5जी में भी भारत की लीडरशिप बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि भारत को $5 ट्रिलियन की इकॉनमी बनाने के लिए उच्च विकास दर, आत्मनिर्भर भारत, कृषि आय में वृद्धि, हर भारतीय के लिए उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सुविधाएं और विश्व स्तरीय एजुकेशन की जरूरत है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ताकत से भारत तेजी से आगे बढ़ेगा और इन लक्ष्यों को हासिल कर लेगा।