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समय से ईएमआई नहीं भरा तो Bank करेगा ये काम, हो जाओगे परेशान
इस समय बैंकों (Banks)के सामने सबसे बड़ी समस्या है लोगों द्वारा लोन समय पर ना चुकाना। इससे निजात पाने के लिए आरबीआई , पब्लिक सेक्टर व प्राइवेट सेक्टर के बैंकों के साथ मिलकर काम भी कर रहा है। आरबीआई के निर्देशों के अनुसार अगर कोई ग्राहक ईएमआई( EMI) समय पर नहीं देता है तो उसे बैंक( Bank) से रोजाना मैसेज ( Message) भेजे जाएंगे। आमतौर पर बैंक की ओर से माह के अंत में मैसेज के जरिए अलर्ट ( Alert) किया जाता है। लेकिन आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि सभी बैंक अपने एनपीए( NPA) को ऑटोमेटिक ( Automatic) कर लें । यह काम रियल टाइम के आधार पर होगा। जिसके कारण हर माह के अंत में बैंकों के मैनुअली एनपीए का कैल्कुलेशन नहीं करना होगा। वैसे रिजर्व बैंक की और से बैड लोन की ऑटोमैटिक पहचान के लिए 30 जून की तारीख फिक्स की है।
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वैसे तो आरबीआई ने सितंबर-2020 डेडलाइन फिक्स की थी। इसमें बैंकों से कहा गया था कि वे अपने आईटी सिस्टम ( IT system)को अपग्रेड करें , जिससे नए एनपीए की पहचान आसानी से हो सके। । साथ ही ये बैंक अपने एमआईएस आसानी से दिखे अभी बैंकों में एनपीए की पहचान करना , प्रोविजिनिंग जैसे काम पूरी तरह से आटोमेटेड नहीं है। माना जा रहा है कि सिस्टम आधारित क्लासिफिकेशन और आटोमेटेड एनपीए सिस्टम से पारदर्शिता बढ़ेगी। इससे इन्वेस्टर्स , डिपॉजिटर्स और रेग्यूलेटर्स का भी भरोसा बढ़ेगा। आरबीआई ने कहा था कि एनपीए की मैनुअल पहचान के कारण कई बार सिस्टम जेनरेटेड असेट क्लासिफिकेशन को दरकिनार कर दिया जाता है। आरबीआई इस मामले में बहुत पहले से अलर्ट रहा है। अगस्त माह में ही बैंकों को कहा गया था कि वे अपने आईटी इन्फ्रा पर सही तरीके से काम करें, जिससे एनपीए की पहचान जैसे काम ऑटोमैटिक हो