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अंकिता भंडारी हत्याकांड: वकीलों ने केस लड़ने से किया मना, आरोपियों की सुनवाई टली
उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari Murder Case) में विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज वकीलों के भारी विरोध के बीच हत्यारोपियों की कोर्ट में सुनवाई नहीं हो पाई। दरअसल, वकीलों ने अंकिता के हत्यारोपियों का केस लड़ने से मना कर दिया है।
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बता दें कि कोटद्वार बार एसोसिएशन (Bar Association) ने प्रदेश की बेटी अंकिता भंडारी के हत्यारों की पैरवी नहीं करने का निर्णय लिया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय पंत का कहना है कि अंकिता हत्याकांड एक दिल दहलाने वाला हादसा है और इस हत्याकांड ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रखा दिया है। उन्होंने कहा कि सभी अधिवक्ता अंकिता के परिवार के साथ हैं। हम सभी कोशिश करेंगे कि अंकिता के परिवार को जल्द इंसाफ मिले।
सरकार करे हर संभव मदद
वहीं, वकीलों का कहना है कि देवभूमि में ऐसा हादसा होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इस हादसे को अंजाम देने वाले दोषियों को ऐसी सजा मिलनी चाहिए जो पूरे देश में एक नजीर बन सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को अंकिता के परिवार की हर संभव मदद करनी चाहिए।
हत्यारोपियों को दी जाए फांसी
गौरतलब है कि वनंतरा रिजॉर्ट के मालिक और बीजेपी नेता(BJP Leader) के बेटे पुलकित आर्य समेत दो हत्यारोपियों को पुलिस ने 23 सितंबर को गिरफ्तार किया था। इसके बाद तीनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। तीनों की न्यायिक हिरासत 6 अक्टूबर को खत्म हो जाएगी। वहीं, लोग हत्यारोपियों को पुलिस रिमांड पर ना भेजने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। अंकिता के हत्यारों को फांसी की सजा दिलाने के लिए लोग धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।
एसआईटी को सौंपी जांच
बता दें कि राज्य सरकार ने लोगों के आक्रोश को देखते हुए मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी है। वहीं, एसआईटी ने मामले की जांच के लिए लक्ष्मण झूला थाने से टीम से केस के बारे में जानकारी जुटाई और लोगों से भी पूछताछ की।
पुलिस रिमांड पर लिए जाएंगे आरोपी
एसआईटी ने आरोपियों की रिमांड की प्रक्रिया पूरी कर ली। कहा जा रहा है कि अंकिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस आरोपियों को रिमांड पर ले सकती है।
फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी सुनवाई
प्रदेश के सीएम पुष्कर धामी का कहना है कि अंकिता भंडारी हत्याकांड केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी। उन्होंने कहा कि अंकिता को इंसाफ दिलवाने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।
ये है पूरा मामला
बता दें कि अंकिता भंडारी उत्तराखंड के श्रीकोट की रहने वाली थी। अंकिता पौड़ी जिले के यमकेश्वर इलाके में एक रिसॉर्ट से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुई थी। इसके बाद 24 सितंबर को अंकिता का शव चिल्ला नदी से मिला था।