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इंतजार होगा खत्मः बिलासपुर के 270 भाखड़ा विस्थापितों को बसाने की तैयारी में प्रशासन
Last Updated on November 29, 2023 by Soumitra Roy
बिलासपुर/सुभाष। बिलासपुर के भाखड़ा विस्थापितों (Bhakra Displaced People) का प्लॉटों के लिए दशकों का इंतजार अब शीघ्र ही खत्म हो जाएगा। प्लॉटों (Plots) से अब तक वंचित रहे 270 विस्थापितों को बसाने को लेकर प्रशासन ने कवायद आरंभ कर दी है। नैना देवी उपमंडल से ताल्लुक रखने वाले 46 विस्थापितों को पंजाब राज्य की सीमा से सटे इंडस्ट्रियल एरिया ग्वाल थाई (Industrial Area Gwalthai) के समीप समतैहण में बसाने की तैयारी प्रशासन की ओर से की जा रही है। इसके लिए 14.4 बीघा जमीन का चयन किया गया है। सभी विस्थापितों को चरणवद्ध ढंग से बसाने के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। बिलासपुर एम्स के पास भी साईट देखी जा रही है। बिलासपुर शहर में प्लॉटों से वंचित 270 भाखड़ा विस्थापितों को बसाने के लिए पिछले काफी अरसे से प्रयास हो रहे हैं लेकिन कोई न कोई अड़चन होने की वजह से यह प्रयास सिरे नहीं चढ़ पाए।
चरणबद्ध तरीके से विस्थापित बसाए जाएंगे
DC आबिद हुसैन सादिक (DC Abid Hussain Sadiq) ने विस्थापितों के पुनर्वास को अपनी प्राथमिकता में शामिल करते हुए इस योजना को धरातल पर उतारने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि चरणबद्ध तरीके से विस्थापित बसाए जाएंगे। ताजा स्थिति में नैना देवी उपमंडल के 46 विस्थापितों को पंजाब राज्य की सीमा पर समतैहण में बसाया जाएगा जिसके लिए जमीन चयनित की जा चुकी है। खास बात यह है कि यह एरिया नंगल के बहुत पास है और कनेक्टिविटी के लिहाज से भी बेहतर है।
विस्थापितों को समतैहण में बसाने की योजना
ऐसे में तमाम सहूलियतों को मध्यनजर रखते हुए प्रशासन ने नैनादेवी (Naina Devi) से संबंधित विस्थापितों को ग्वालथाई औद्योगिक क्षेत्र के पास समतैहण में बसाने की योजना बनाई है। चिहिंत जमीन पंचायतीराज विभाग की है जिसे राजस्व विभाग के नाम स्थानांतरित किया जाएगा। SDM नैना देवी धर्मपाल चौधरी इस योजना को सिरे चढ़ाने के लिए गंभीरता से प्रयास कर रहे हैं। साइट सिलेक्शन के बाद अब आगे की औपचारिकताएं पूरी करने पर फोकस किया गया है।