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बिग ब्रेकिंग: चंडीगढ़ में आज होने वाली बीजेपी की कोर ग्रुप की बैठक कैंसिल, हो सकता है बड़ा उलटफेर!
Last Updated on November 15, 2021 by saroj patrwal
शिमला। हिमाचल (Himachal) में उपचुनाव (By Election) में करारी शिकस्त झेलने के बाद प्रदेश बीजेपी (BJP) के दिग्गज चंडीगढ़ में बैठक करने वाले थे, लेकिन अब खबर निकल कर सामने आ रही है कि बीजेपी की यह कोर ग्रुप की यह बैठक कैंसिल हो गई है। इसकी वजह यह बताई जा रही है कि कई हलकों से समीक्षा रिपोर्ट नहीं आई है। अब यह बैठक अगले सप्ताह होगी। इसके अलावा सौदान सिंह की व्यस्तता भी बैठक स्थगित होने का कारण बताया जा रहा है। हालांकि बैठक में शामिल होने के लिए ीएम जयराम का काफिला चंडीगढ़ पहुंच गया था और इसके बाद सीएम को हेलीकॉप्टर के माध्यम से जाना था। वहीं, सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) अब कल यानी मंगलवार को धर्मशाला (Dharmshala) पहुचेंगे।
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बता दें कि कोर ग्रुप की बैठक में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप (BJP State President Suresh Kashyap), सीएम जयराम ठाकुर (chief minister jairam thakur), प्रदेश बीजेपी प्रभारी अविनाश राय खन्ना (Himachal BJP in-charge Avinash Rai Khanna), सह प्रभारी संजय टंडन (Himachal BJP co-in-charge Sanjay Tandon), संगठन महामंत्री पवन राणा और पूर्व सीएम प्रो. धूमल व शांता कुमार शामिल है।
सूत्रों के हवाले जो जानकारी मिली थी, उसके मुताबिक चंडीगढ़ स्थित हिमाचल भवन (Himachal Bhawan) में सुबह 11 बजे होने वाली बीजेपी की कोर ग्रुप की बैठक में हार के कारणों का पोस्टमार्टम होना था। बैठक से पहले बीजेपी ने उपचुनाव में हलकों के प्रभारियों, मंडल व जिला अध्यक्षों, प्रत्याशियों के साथ-साथ पदाधिकारियों से रिपोर्ट तलब की गई थी।
कोर ग्रुप की बैठक के बाद इसकी रिपोर्ट पार्टी आलाकामन को सौंपना था। प्रदेश प्रभारी खुद इस रिपोर्ट को लेकर जेपी नड्डा के पास पहुंचने वाले थे। बता दें कि, जेपी नड्डा के सामने दो मंत्रियों की पेशी के बाद शिमला की सियासी गलियारों में फेरबदल की खुसुर-फुसुर तेज हो गई थी। हालांकि, अभी तक स्पष्ट तौर पर संगठन और सरकार में फेरबदल के स्पष्ट संकेत नहीं मिले थे।
वहीं, सीएम जयराम ठाकुर (CM jairam thakur) भी इस बात के संकेत दे चुके थे कि निष्क्रिय और भितरघात करने वालों पर पार्टी बड़ा कदम उठाने वाली है। इधर, मंडी संसदीय क्षेत्र (Mandi Parliamentary Constituency) में वीरभद्र सिंह के प्रति लोगों की सहानुभूति लहर को पार्टी हार की वजह मान रही है, मगर पार्टी नेताओं का यह तर्क जानकारों को हजम नहीं हो रहा है।
सहानुभूति की वजह से चार लाख वोटों का इधर से उधर हो जाना वाजिब प्रतीत नहीं हो रहा है। जुब्बल कोटखाई में बगावत के साथ-साथ भितरघात और फतेहपुर व अर्की में भितरघात को बीजेपी हार का कारण मानती है। कोर ग्रुप की बैठक में प्रस्तुत रिपोर्ट ही हार की असल वजह साबित कर पाएगी। ऐसे में कोर ग्रुप में हार पर भाजपा को खुले मन से चर्चा करनी होगी।
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