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कांगड़ा जिला की इस सीट पर हमेशा बीजेपी के बागियों ने बिगाड़ा है अपनो का खेल
Last Updated on October 23, 2022 by Vishal Rana
रविन्द्र चौधरी/ फतेहपुर। हमेशा से हॉट सीट माने जाने वाली जिला कांगड़ा की फतेहपुर सीट इस बार पहले से ज्यादा हॉट मानी जा रही है। बीजेपी ने अपने वन मंत्री राकेश पठानिया को यहां से टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है। लेकिन बीजेपी से निष्कासित पूर्व सांसद डॉ राजन सुशांत व बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष कृपाल परमार भी चुनावी भंवर में कूदे है। ये दोनों बीजेपी प्रत्याशी राकेश पठानिया की मुश्किलें बढ़ाए हुए हैं। यही कारण है कि यहां पर चुनावी गर्मी बढ़ने से बीजेपी (BJP)को पसीना आना लाजमी हो गया है। इस बार फतेहपुर मे चारकोणीय मुकाबला होगा । फतेहपुर मे कांग्रेस से भवानी पठानिया , बीजेपी से राकेश पठानिया ,पूर्व सांसद डा० राजन सुशांत व भाजपा से असंतुष्ट चल रहे कृपाल परमार मैदान में। अभी तक इतिहास गवाह है कि फतेहपुर सीट पर बीजेपी ने ही अपनों का खेल बिगाड़ा है। अगर विधानसभा क्षेत्र फतेहपुर के पिछले चुनावो पर नजर दौड़ाएं तो बीजेपी बहुल क्षेत्र फतेहपुर में कांग्रेस पिछले 13 वर्ष से विजयी भव का आशीर्वाद प्राप्त किए हुए है और लगता है कि यह आशीर्वाद लंबा चलने वाला है।
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बता दें कि पिछले हर चुनावों में बीजेपी के असंतुष्ट नेताओं ने ही बीजेपी की नैया डुबोने व कांग्रेस को जीताने में अहम भूमिका निभाई है और ऐसे ही संकेत इस वर्ष भी मिल रहे है। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि पहले से ही फतेहपुर के एक दर्जन टिकट के दावेदारों को दरकिनार कर व आज तक हमेशा से ही बाहरी नेताओं का विरोध होने के बावजूद बाहरी प्रत्याशी को फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी का टिकट देना कहा तक उचित रहेगा। हाईकमान ने राकेश पठानिया को फतेहपुर बीजेपी का प्रत्याशी बनाना टिकट के अन्य दावेदारों व नेताओं के लिए गले में फंसी उस हड्डी के समान बन चुका है, जिसे ना तो निगला जा सकता है और ना ही उगला। अब हालात ये बन गए हैं कि टिकट के दावेदार दुबक कर बैठ गए, लेकिन होने वाले चुनावों में क्या गुल खिलाएंगे यह पिछले चुनावों में देखने को मिल चुका है ।