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वीरेंद्र गोस्वामी/बड़ा (नादौन)। कांगड़ा को-ऑपरेटिव बैंक के नादौन जोन (Nadaun Zone) में निदेशक का चुनाव काफी रोचक हो गया है। बीजेपी (BJP) समर्थित दो लोग चुनावी मैदान में उतर आए हैं, जबकि कांग्रेस की तरफ से कोई भी प्रत्याशी मैदान में नहीं है। इतने बड़े बैंक के प्रबंधन में कांग्रेस (Congress) द्वारा प्रत्याशी नहीं उतारा जाना कई प्रश्न खड़े कर रहा है। इस चुनाव में बीजेपी समर्थित के दो लोगों के चुनावी मैदान में कूद जाने से जहां पार्टी की भीतरी गुटबाजी को हवा मिली है, तो वहीं कांगेस का प्रत्याशी ना होना चर्चा का विषय बना हुआ है। बीजेपी के दोनों प्रत्याशियों के नामांकन के दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। जैद नाथ शर्मा (Zaid Nath Sharma) के नामांकन के दौरान जहां जिला बीजेपी अध्यक्ष बलदेव शर्मा उपस्थित थे तो वहीं, आत्म प्रकाश के साथ पार्टी के पूर्व विधायक एवम एचआरटीसी के उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री (Vijay Agnihotri) मौजूद थे। ऐसे में पार्टी की गुटबाजी साफ दिख रही है।
याद रहे कि जैद नाथ शर्मा बैंक के निदेशक (Bank Director) रह चुके हैं तो आत्म प्रकाश (Atma Prakash) भी निवर्तमान निदेशक हैं तथा कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में उन्होंने पिछला चुनाव 147 में से 88 मत हासिल कर जीता था। ऐसे में दोनों की मतदाताओं पर पकड़ तो है परंतु कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व विधायक सुखविंद्र सिंह सुक्खू (Sukhvindra Singh Sukhu) की रणनीति पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। जैद नाथ शर्मा बीजेपी के वरिष्ठ नेता है तथा पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल के काफी नजदीकी माने जाते हैं तो वहीं आत्म प्रकाश कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं तथा कभी सुक्खू के काफी नजदीक रहे हैं । ऐसे में क्यास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेसी रणनीति सीधी-सीधी बदले की हो सकती है।
इस बार कांगड़ा को-ऑपरेटिव बैंक (Kangra Co-operative Bank) के नादौन जोन में कुल 115 मतदाताओं की संख्या है जिसमें नादौन विधानसभा क्षेत्र से 75 और बड़सर तथा हमीरपुर विस क्षेत्र से 40 मतदाता अपने मत डालेंगे। वहीं, हैरानी की बात यह है कि कॉग्रेस का कोई भी प्रत्याशी मैदान में नहीं है। ऐसे में कॉग्रेस विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू शतरंज की क्या चाल चलते हैं, सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं। फिलहाल, नादौन जोन के इस चुनाव मे जहां बीजेपी का कुनबा स्पष्ट रूप से बिखरा दिखाई दे रहा है तो वहीं कांग्रेस द्वारा अपने शतरंज के पत्ते अभी तक नहीं खोलना इस चुनावी मैदान में और अधिक गर्माहट पैदा कर रहा है।
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