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ऊना। कोविड-19 की तीसरी लहर के साए में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से फ्रंटलाइन वर्कर्स( frontline workers), गंभीर रूप से बीमार लोगों और 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग को वैक्सीनेशन की तीसरी डोज यानी बूस्टर डोज (Booster dose)लगनी शुरू हो गई है। रीजनल अस्पताल ऊना( Regional Hospital Una) में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड-19 वैक्सीनेशन के तहत बूस्टर डोज अभियान छेड़ा गया। देश में जहां संक्रमण की तीसरी लहर से भयावह तस्वीरें सामने आ रही है वहीं स्वास्थ्य विभाग ने भी अधिक से अधिक नागरिकों को संक्रमण के प्रति सुरक्षा कवच प्रदान करने के लिए अभियान और तेज कर दिया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रमन शर्मा ( CMO Dr Raman Sharma)ने बताया कि फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ-साथ 60 वर्ष आयु वर्ग से अधिक के नागरिकों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित उन लोगों को बूस्टर डोज देने का प्रावधान किया गया है, जिनको दोनो टीके लगे 9 महीने का समय बीत चुका है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ-साथ नागरिकों को सुरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने जिला वासियों से आवाहन किया कि इन तीनों वर्गों में आने वाले वह लोग अपना बूस्टर डोज लेना सुनिश्चित करें जिनका वैक्सीनेशन के दोनों डोज लगे 9 महीने का अरसा बीत चुका है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का वास्ता सीधे तौर पर जनता से रहता है, ऐसे में इन्हें तीसरी खुराक देकर सुरक्षित करना प्राथमिक लक्ष्य है। देशभर के विभिन्न राज्यों में डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ संक्रमण की तीसरी लहर में सबसे अधिक चपेट में आ रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में इस तरह की परिस्थिति ना बने इसके लिए फ्रंटलाइन वर्कर्स में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को बूस्टर डोज देने का अभियान शुरू कर दिया गया है।वहीं बूस्टर डोज लेने वाले फ्रंट लाइन वर्कर्स ने भी लोगों से अपनी बारी आने पर कोविड वैक्सीन की तीसरी डोज लगवाने का आहवान किया है। बूस्टर डोज लेने वाले फ्रंट लाइन वर्कर्स की माने तो दिन प्रतिदिन कोविड के मामले बढ़ते जा रहे है ऐसे में वैक्सीन लगवाकर इस बीमारी को हराया जा सकता है।
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