-
Advertisement
सीएम जयराम ने सड़क पर रुक कर सुनी पंडोह डैम विस्थापित की समस्याएं
Last Updated on May 9, 2022 by sintu kumar
पंडोह। सीएम जयराम काफिले को सोमवार को सिराज विधानसभा क्षेत्र के प्रवेश द्वार पंडोह- सावला में अपने तोरण द्वार के नीचे रुकवा कर पंडोह डैम विस्थापित कल्याण समिति ने सीएम का भव्य स्वागत किया। इस दौरान सीएम जयराम ने बीच सड़क में ही विस्थापितों को अपनी समस्या रखने के लिए कहा। समिति के प्रधान बालक राम ने बताया कि पडोह डैम विस्थापित आपसे केवल जमीन के बदले जमीन की मांग करते हैं। भाटिया ने बताया कि पंडोह डैम के विस्थापित 450 परिवारों में से 165 ऐसे परिवार हैं जिन्हें 1 इंच जमीन नहीं मिल पाई है और वे आज भूमिहीन होकर अवैध कब्जा धारी बने हुए हैं। इनमें से सिराज विधानसभा क्षेत्र से 35 परिवार शामिल है।
यह भी पढ़ें- हिमाचल के बॉर्डर सील, खालिस्तान समर्थकों की सघन तलाश के आदेश जारी
भाटिया ने बताया कि इन 35 परिवारों में से अधिकांश ऐसे परिवार हैं जिन्होंने बीबीएमबी द्वारा एक वर्ग की अपनी पुश्तैनी जमीन पर ही कब्जा किया है मगर यह जमीन आज भी बीबीएमबी के नाम से है और बीबीएमबी की चारदीवारी से बाहर है। जो आसानी से इन विस्थापितों को मिल सकती है। वहीं उन्होंने बताया कि कुछ ऐसे परिवार हैं जिनकी जमीन की मिसले गुम हो चुकी है। उन्होंने जमीनों पर कब्जा किया हुआ है मगर इंतकाल उनके नाम से नहीं हो पाए हैं। यह कार्य भी आसानी से निपटाया जा सकता है और विस्थापितों को जमीन के हक मिल सकते हैं। इसी तरह से तीसरे वह परिवार हैं जिन्हें 5 बीघा से कम भूमि मिली है उन्हें 5 बीघा भूमि पूरी की जाए। इसके साथ ही भाटिया ने बताया कि बीबीएमबी में विस्थापित परिवारों को स्थाई रोजगार के लिए हिमाचल सरकार बात करें जिससे विस्थापितों को रोजगार का हक मिल सके। इन मांगों के लिए सीएम जयराम ने कहा कि डीसी मंडी की अध्यक्षता में विस्थापित कल्याण समिति के सदस्यों की ज्वाइंट फेक्ट फाइंडिंग कमेटी नोटिफाई की जाए। जिससे जहां सरकार को पंडोह डैम विस्थापितों की समस्याओं की जानकारी मिलेगी वहीं विस्थापितों को भी उनके हक हकूक मिलने का सही रास्ता निकल सकता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि पंडोह डैम से विस्थापित हुए लोगों को सच में जमीन नहीं मिली है और वह लैंडलेस हैं तो उन्हें उनके हक जरूर मिलेंगे।