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शिमला। हिमाचल विधानसभा (Himachal Vidhan Sabha) में बुधवार को सदन में झूठे आंकड़े पेश करने का आरोप लगाते हुए विपक्ष के वॉकआउट (Walkout) करने पर सीएम जयराम ने पलटवार किया है। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष के के पास ना तो तर्क हैं और ना ही तथ्य। विपक्ष ने उनके भाषण को बाधित करने का प्रयास किया। सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने कहा कि बजट पर 17 घंटे से ज्यादा चर्चा हुई है, लेकिन सदन में वीपक्ष के पास कहने को ना तो तर्क हैं और ना ही तथ्य। सीएम जयराम ने कहा कि यह चुनावी बजट नही है। यह हर वर्ग का बजट है। वर्तमान में प्रदेश पर 62 हजार करोड़ का कर्ज (loan) है। कोरोना काल में भी प्रदेश सरकार ने तय सीमा से कम ऋण लिया है। जबकि कांग्रेस (Congress) ने अपने कार्यकाल में ऋण लेकर आनंद किया। कांग्रेस की सरकार के समय कोविड जैसी गंभीर बीमारी भी नहीं थी। जब कांग्रेस की सरकार थी तो स्थितियां सामान्य थी। बावजूद इसके कांग्रेस ने कर्ज लिया।
इससे पहले बजट सत्र पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने जयराम पर कर्ज की सीमा बढ़ाने पर हंगामा कर दिया और नारेबाजी करते हुए वॉकआउट कर दिया। बजट पर चर्चा के बाद सीएम के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने विधानसभा में हंगामा कर दिया। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में सरकारी कर्ज की सीमा को लेकर विपक्ष ने सदन में खूब हंगामा किया। विपक्ष की नारेबाजी से सदन का माहौल गरमाया गया। सदन में सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने समय सीमा से ज्यादा ऋण लिया था। इस पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश ने कहा कि सदन में झूठे आंकडे मत दें। मुकेश ने कहा कि बजट को झूठ का पुलिंदा कहना गलत नही था यह बाद आज सीएम जयराम के जवाब से साबित हो गई। प्रदेश की आमदनी अट्ठनी खर्चा रुपइया हो गया है। सरकार फिर से कर्ज की सीमा बढ़ाने जा रही है। प्रदेश कर्ज से चल रहा हैं।
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