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शिमला। सीएम जयराम ठाकुर ( CM Jairam Thakur) ने पूर्व सीएम वीऱभद्र सिंह पर पलटवार करते हुए कहा है कि पूर्व सरकार ने बिना जरूरत के स्वास्थ्य संस्थान ( Health Institute)खोले थे लेकिन उनकी सरकार ने सोच-समझ कर ही ये संस्थान बंद किए हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम ने कहा कि पूर्व सरकार ने सिर्फ राजनीतिक आधार पर संस्थान खोले, ना तो जरूरी मापदंडों के ख्याल रखा और ना ही सुविधाएं उपलब्ध करवाई लेकिन उनकी सरकार ने सभी का सभी तरह की जरूरतों को और खोले गए संस्थानों में कर्मचारियों और ढांचागत सुविधाओं को ध्यान में रखा है। जबकि पिछली सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया।
जाहिर है पूर्व सीएम वीऱभद्र सिंह ( Former CM Virbhadra Singh)ने 17 पीएचसी बंद करवाने पर सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई थी। इस पर सीएम ने कहा कि वीरभद्र सिंह ने जो कहा वह उनका अपना मत है लेकिन सरकार को सभी सुविधाओं का ख्याल रखा पड़ता है ।सीएम ने कहा कि पूर्व सरकार ने ज्यादातर संस्थान ऐसे खोले , जहां पर किसी भी तरह का आधारभूत ढांचा व सुविधाएं नहीं है और ना ही इसके लिए वित्तीय प्रावधान किया गया है।इसलिए सरकार को अब मुश्किल को देखते हुए सभी व्यवस्था को देखते हुए ऐसे निर्णय लेने पड़ रहे है।
सीएम जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में सचिवालय में नशा निवारण बोर्ड की बैठक चल रही है। बैठक में जाने से पूर्व सीएम ने कहा हिमाचल में बाहरी राज्यों से सबसे ज्यादा नशे की सप्लाई होती है। सरकार का प्रयास है कि हिमाचल में पूरी तरह से लगे नशे पर नकेल लगे।सरकार ने नशे के खिलाफ विधानसभा में कानून पास किया है। अब नशे का धंधा करने वाले लोगों के लिए सख्त सजा का प्रावधान है।सीएम ने कहा कि सरकार के प्रयासों से हिमाचल में इस पर नकेल कसने में सफलता भी मिली है, लेकिन ज्यादातर मामले पड़ोसी राज्यों से है। प्रदेश ने इसके लिए पड़ोसी राज्यों के साथ भी सामंजस्य स्थापित कर इसपर कार्रवाई करने की नीति बनाई है।सरकार ने विधानसभा में इसके खिलाफ नया विधेयक लाया है जिसके लागू हो जाने से हिमाचल में हर तरह के नशे कर कारोबार पर रोक लगाने का प्रयास किया जा रहा है ।
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